कलेक्ट्रेट कार्यालय एवं अन्य दफ्तरों के स्थान को लेकर लोग लगा रहे अपने अपने स्तर पर कयास

नवगठित शक्ति जिले के मुख्यालय के स्थान को लेकर जन चर्चाओं का बाजार गर्म-

शक्ति-15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में 4 नए जिले की घोषणा कर सकती को भी जिले का दर्जा प्रदान किया है, तो वहीं अब लोगों में यह चर्चा जोरो से हो रही है की शक्ति में नवगठित राजस्व जिले का जिला कार्यालय एवं अन्य सरकारी दफ्तर स्थाई या की अस्थाई रूप से किस स्थान पर संचालित होंगे, तथा लोगों का मानना है कि वर्तमान शक्ति शहर की परिस्थितियों को देखते हुए नंदेलीभाटा में वन प्रशिक्षण विद्यालय मैदान एवं मिनी आईटीआई का परिसर है, तथा वन प्रशिक्षण विद्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शक्ति से अन्यत्र स्थानांतरित होने के आदेश हो चुके है, ऐसा लोगों का कहना है, किंतु अधिकृत रूप से इसकी कोई जानकारी नहीं है, तथा वन प्रशिक्षण विद्यालय का परिसर भी काफी बड़ा एवं अस्थाई तौर पर कलेक्ट्रेट कार्यालय चालू करने के लिए उपयोग किया जा सकता है, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि शक्ति शहर से बाराद्वार मुख्य मार्ग के बीच स्थित जेठा में भी सरकारी जमीने स्थित है किंतु उन सरकारी जमीनों की स्थिति वर्तमान में स्पष्ट नहीं है, तथा शासन को जेठा में जिला कार्यालय स्थापित करने के लिए अतिक्रमण सहित अन्य कार्य करने होंगे तथा विगत वर्षों शक्ति शहर वासियों ने न्यायालय के जेठा स्थानांतरण की खबरों पर भी इसका विरोध करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री तक दौड़ लगाते हुए सभी मुख्यालयों को शक्ति में ही रहने की बात कही थी, किंतु अब शक्ति को जिला का दर्जा मिलने के बाद क्या शक्ति शहर में जिला कार्यालय एवं अन्य सरकारी दफ्तरों के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो पाएंगे इस बात को लेकर सवालिया निशान लग गया है,एवं सूत्रों का कहना है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए नंदेलीभाटा क्षेत्र में ही किसी न किसी एक स्थान का चयन कर जिला गठन की समस्त प्रक्रियाएं पूर्ण कर कलेक्ट्रेट कार्यालय प्रारंभ हो सकता है, तथा जानकारों का तो यह भी कहना है कि 18 अगस्त को जांजगीर-चांपा जिले से एक टीम ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के लिए स्थल निरीक्षण भी कर लिया है वहीं दूसरी ओर शक्ति से कसेर पारा होकर रगजा, खरसिया जाने वाले मार्ग में भीड़ भाड़ की स्थिति भी कम रहती है, तथा इस लिहाज से भी कलेक्ट्रेट कार्यालय का शुभारंभ इसी क्षेत्र में किसी न किसी एक स्थान पर किया जा सकता है,ऐसा कयास लगाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर आने वाले 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं तथा विधानसभा के चुनाव को महज 2 साल ही शेष रह गए हैं एवं चुनाव की सारी गतिविधियों का प्रशासनिक दृष्टिकोण से जिला स्तर का संचालन नवगठित शक्ति जिले से ही होगा इस दृष्टिकोण से भी शक्ति जिले के गठन की समस्त प्रशासकीय औपचारिकताएं पूर्ण कर जल्द ही यह जिला पूर्ण रूप से अस्तित्व में आएगा ऐसा अनुमान है, किंतु दूसरी ओर शक्ति शहर में सरकारी उपयोग के लिए जमीनों का टोटा विगत एक लंबे समय से देखा जा रहा है, तथा किसी भी सरकारी योजना के तहत निर्माण की बात आती है तो यही बात उभर कर आती है कि शक्ति में निर्माण के लिए स्थान नहीं है, ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार में वर्ष 2018 के दौरान नए बिजली सब स्टेशन बनने का भी प्रस्ताव आया था किंतु जगह के आभाव में यह शक्ति शहर में नहीं बन पाया ऐसा लोग बताते हैं, वही कुछ लोगों का कहना है कि जेठा में स्थित शासकीय कॉलेज को भी खाली करवाकर वहां कलेक्ट्रेट कार्यालय प्रारंभ किया जा सकता है, किंतु शासकीय कालेज को खाली करवाने की प्रक्रिया इतनी आसान नहीं है एवं क्योंकि वह शिक्षा से जुड़ा हुआ मसला है अतः प्रशासनिक दृष्टिकोण से उसकी अनुमति मिलना संभव नजर नहीं आता, जानकारों का मानना है कि शक्ति जिला की घोषणा होने के बाद प्रशासनिक दृष्टिकोण से राज्य एवं जांजगीर-चांपा जिले के प्रशासनिक अधिकारी एवं तकनीकी जानकार अपने- अपने स्तर पर बेहतर स्थान के चयन की प्रक्रिया में लगे हुए हैं किंतु इस बात को लेकर सार्वजनिक रूप से अभी प्रशासन द्वारा कुछ नहीं कहा जा रहा है वहीं दूसरी ओर शक्ति के जिला घोषित होने के बाद क्षेत्र में जमीनों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं,तथा आने वाले दिनों में कीमतें और अधिक बढ़ने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है तथा जिले की घोषणा होने के बाद जहां कलेक्ट्रेट कार्यालय की स्थापना होगी तो वही जिला चिकित्सालय सहित अन्य जिला स्तर के सभी सरकारी दफ्तर भी शक्ति में होंगे तथा लोगों को जांजगीर जाने से मुक्ति मिल सकेगी, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि नवगठित शक्ति जिले में चार विकासखंड मुख्य रूप से वर्तमान में शामिल होंगे जिसमें शक्ति,डभरा, मालखरौदा,एवं जैजैपुर शामिल है अतः इस लिहाज से सक्ती से मालखरौदा के मध्य भी कलेक्ट्रेट कार्यालय की स्थापना की जा सकती है, जिससे कि शक्ति को छोड़कर अन्य तीन विकासखंड के लोगों को भी इस कलेक्ट्रेट कार्यालय एवं अन्य जिला स्तर के सरकारी दफ्तरों का लाभ मिल सके तथा वर्तमान में चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक कांग्रेस पार्टी से ही हैं तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री के काफी नजदीक बताए जाते हैं इस दृष्टिकोण से नए कलेक्ट्रेट कार्यालय की स्थापना हो सकता है कि शक्ति से मालखरौदा के बीच किसी उचित एवं बेहतर स्थान पर हो,

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