अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) “बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय जो…
Category: संपादकीय
हिंसा का दायरा
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या एक बेहद दुखद घटना है। इसे एक तरह…
क्या आत्महत्या करना सभी मुशकिलो का हल है?
हमारे जिदंगी में क्या चल रहा है,ये सिर्फ हम जानते है न कि कोई और मनुष्य…
भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला करने का करता है काम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में यह जो कहा कि भ्रष्टाचार देश को…
विजया डालमिया द्वारा रचित पुस्तक दिल जो कह गया का विमोचन किया रामचरण बंसल ने
मेरी निहारिका पुस्तक जयपुर के संपादन में हुआ वर्चुअल विमोचन कार्यक्रम सक्ती- मेरी निहारिका पुस्तक जयपुर…
आरक्षण की व्यवस्था पर राजनीतिक हितचिंतन को परे रखकर विचार-विमर्श किया जाए
प्रोन्नति में अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण को लेकर उच्चतम न्यायालय ने अपने बहुप्रतीक्षित फैसले में यह…
राष्ट्र के नायकों और अन्य महापुरुषों के सम्मान के मामले में संकीर्णता नई नहीं
यह न केवल विचित्र है, बल्कि हास्यास्पद भी कि दिल्ली में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की…
प्रो-प्लेनेट-पीपल का विचार प्रस्तुत करके भारत ने अपनी दूरदर्शिता का दिया परिचय
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मंच पर हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन हुआ। आर्थिक…
राष्ट्रीय शोक की घड़ी में देश को एकजुटता का करना होगा प्रदर्शन, अलविदा बिपिन रावत
तमिलनाडु के पर्वतीय इलाके में हेलीकाप्टर दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और…
कर्नाटक के मैसूर शहर की प्रसिद्धि पर प्रसिद्ध साहित्यकार एवं रचनाकार श्री लाल जोशी जी की भावनाएं उनके शब्दों में
सक्ती- कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर की प्रसिद्धि एवं उसकी पौराणिक मान्यताओं को लेकर साहित्य मधुशाला…