अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री नंदलाल मुड़ामी ने कुआकोंडा पहुंच कर अत्यधिक बारिश से नुकसान हुए फसलों का जायजा लिया।
इस दौरान वे कुआकोंडा, नकुलनार,टिकनपाल ,गढ़मीरी ,पालनार, फुलपाड ग्राम पंचायतों में पहुंचे और पीड़ित किसानो के साथ उनके खेतों में जाकर बर्बाद हुए फसलों को देखा।
इस दौरान मुड़ामी ने कहा कि, बाढ़ के चलते पूरे दंतेवाड़ा जिला में सैकड़ों किसानों का धान बर्बाद हो गया है,कांग्रेस की भुपेश सरकार किसानों का हितैषी बनने का दिखावा करती है,पर अब तक बाढ़ और बरसात गुजर जाने के लगभग हफ्ते भर बाद भी किसानों का हाल-चाल जानने न तो कांग्रेस का कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा न ही सरकार का कोई नुमाइंदा।
किसान परेशान हैं उनकी सुनने वाला कोई नही है,अधिकारी कर्मचारी विगत 2 सप्ताह से अधिक समय से 2 सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। जिससे जिले के तमाम कार्यालय लगभग तालाबंदी की स्थिति में है। बर्बाद फसलो के नुकसान का सर्वे नहीं हो पा रहा है जिससे किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है।
मुड़ामी ने आगे कहा कि, सरकार संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द हड़ताल में बैठे कर्मचारियों की मांग को पूरा करे ताकि अधिकारी कर्मचारी अपने काम पर लौट जाएं। जिससे विभिन्न शासकीय कार्यों के साथ फसलों के नुकसान का सर्वे कर सकें एवम सही समय पर किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जा सके।
मुड़ामी भ्रमण के दौरान ग्राम कुआकोंडा के रतनी नाग पति सुंदर लाल नाग,शिवलाल नाग पिता लक्ष्मण नाग,बुधराम पिता सुकुलदार,ग्राम पंचायत गढ़मीरी के मेंडी कावसी पति पांडु, नकुलनार के जोगा पिता चूले, रवि कश्यप ,बैया पांडु, रंजना कश्यप, देवे बुगोरी,रमेश बच्चू,सोनू कोसा, देवा सोना,बुगोरी चैतू ,लक्ष्मण बोडा। ग्राम पंचायत टिकनपाल के लच्छु दुर्वा के खेतों में पहुंच स्थिति का जायजा लिया। एवम उचित मदद का आश्वासन दिया।
इस भ्रमण के दौरान उनके साथ सरपंच पालनार सुकालू मुड़ामी,सरपंच कुआकोंडा लच्छू राणा,सरपंच नकुलनार रंजना कश्यप,सरपंच गडमीरी सोनी कोर्राम,जनपद सदस्य भीमा कवासी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवम किसान उपस्थित रहे।