VIDEO: एक्शन मोड़ पर बालोद डीईओ, शराब के नशे में धुत शिक्षक पर गिरी निलंबन की गाज, तो वही नशेड़ी प्राचार्य पर कड़ी कार्यवाही के लिए संचालनालय को लिखा पत्र

बालोद- जिले के जिला शिक्षा अधिकारी इन दिनों एक्शन मोड़ ओर है। डीईओ ने शराब के नशे में धुत एक प्राचार्य और एक शिक्षक पर कार्यवाही की गाज गिराई है। शराब के नशे में स्कूल आने और बच्चो के साथ मारपीट करने के मामले में गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम टेकापार के प्राइमरी स्कूल में पदस्थ शिक्षक घनश्याम सिन्हा को निलंबित किया है। तो वही समीक्षा बैठक के दौरान ग्राम बरही में पदस्थ प्राचार्य महात्मा राम उईके द्वारा शराब के नशे में उपस्तिथ होकर अनर्गल शब्दो का उपयोग किये जाने और शासकीय कार्य मे घोर लापरवाही बरते जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक को पत्र लिखा हैं। इस कार्यवाही से लापरवाह शिक्षको में मचा हडकम्प मच गया है।

समीक्षा बैठक के दौरान शराब के नशे में पहुचा प्राचार्य-
दरअसल 12 सितंबर को बालोद बीईओ द्वारा विवेकानंद सभागार में अपने विकासखंड के सभी प्राचार्यों एवं स्कूल समन्वयकों की जाति प्रमाण पत्र, छात्रवृत्ति एवं अन्य योजनाओं की समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बरही के प्राचार्य महात्मा राम उईके शराब के नशे में उपस्तिथ थे। इतना ही नही प्राचार्य द्वारा उक्त बैठक में अपशब्दों का भी प्रयोग किया गया। जो कि शासकीय कार्य में नशे में उपस्तिथ होकर शासकीय कार्य के प्रति घोर लापरवाही प्रदर्शित करता है। जो कदाचरण की श्रेणी में आता हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीईओ प्रवास बघेल ने कड़ी कार्यवाही के लिए
उच्च अधिकरियों को पत्र लिखा है।

    

सहायक शिक्षक ने की शराब के नशे में बच्चो के साथ मारपीट-
इसी प्रकार गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम टेकापार में स्तिथ शासकीय प्राथमिक शाला में पदस्थ घनश्याम सिन्हा द्वारा स्कूल में ही ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में रहना और बच्चो के साथ मारपीट किये जाने की शिकायत पर डीईओ ने सहायक शिक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया हैं। साथ ही बालोद बीईओ कार्यालय अटैच कर दिया गया है। बताया यह भी गया है कि उक्त शिक्षक शराब के नशे में स्कूल में ही सो जाया करता हैं। डीईओ के आदेश के अनुसार निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।

शिक्षा के मंदिर में ऐसे कृत्य नही किये जाएंगे बर्दाश्त-
डीईओ प्रवास बघेल ने बताया कि उनके द्वारा जिले के सभी स्कूलों के समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है और ऐसे कही भी मामले या शिकायत सामने आती है, तत्काल कार्यवाही भी की जाती हैं। शिक्षा के मंदिर में इस तरह के कृत्य कतई भी बर्दाश्त नही किये जायेंगे।

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