पीएम मोदी करेंगे ‘नेताजी’ की प्रतिमा का अनावरण, लेकिन बेटी अनीता बोस ने जताई आपत्ति

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक इंडिया गेट पर आज यानी गुरुवार (8 सितंबर) को महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का अनावरण किए जाने पर उनकी बेटी अनीता बोस फाफ ने आपत्ति जाहिर की है। अनीता बोस ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि नेताजी की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री मोदी 8 सितंबर को ही क्यों कर रहे है। इसका अनावरण राष्ट्रीय पर्व या नेताजी के किसी अहम  दिन को होना चाहिए था।

अनीता बोस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रतिमा के अनावरण के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है। हालांकि, वह प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहती थीं, मार्ग उन्हें PMO से मिलने का वक़्त नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि नेताजी की अस्थियों को जापान से भारत लाने के लिए PMO को पत्र लिखा था, मगर इसका भी कोई जवाब नहीं मिला है। हालांकि पीएम मोदी बेहद व्यस्त रहते हैं, इसलिए जवाब नहीं मिल सका है। उन्होंने इन अफवाहों को ख़ारिज करते हुए कहा है कि उन्होंने या उनका परिवार नेताजी के प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम का बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि ये अफवाहें गलत बात है। इससे पहले उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध करते हुए कहा था कि टोक्यो के रेनकोजी मंदिर में नेताजी के अवशेषों को एक ‘अस्थायी’ जगह पर रखा गया है। वहां देखरेख करने वाली तीन पीढ़ियां गुजर गई हैं। इसलिए अब इन अवशेषों को वापस भारत लाया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि काफी सारे लोगों को अभी संदेह है कि नेताजी का निधन 18 अगस्त 1945 को नहीं हुआ था, ऐसे में उनके अवशेषों का DNA टेस्ट कराकर इस संदेह को हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेनकोजी मंदिर के पुजारी और जापानी सरकार इस प्रकार के परीक्षण के लिए तैयार है। बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का अनावरण दिल्ली के इंडिया गेट पर करेंगे। 28 फीट ऊंची ग्रेनाइट से बनी इस मूर्ति को ओडिशा के जाने माने मूर्तिकार अद्वैत गडनायक ने तैयार किया है। इसे इंडिया गेट पर बनी छतरी में लगाया जाएगा। इंडिया गेट से अमर जवान ज्योति को हटाकर नेशनल वॉर मेमोरियल में पहले ही विलय किया जा चुका है।

बता दें कि, नेताजी की मूर्ति 280 मीट्रिक टन वजन वाले विशाल ग्रेनाइट पत्‍थर पर उकेरा गया है। 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को 26,000 घंटे के अथक कलात्‍मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर बनाया गया है। काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह मूर्ति इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित की जाएगी।

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