सक्ती-श्री गोपाल जी महाप्रभु एवं माँ चंद्रहासिनी देवी सार्वजनिक न्यास द्वारा स्थापित व संचालित अंचल के उत्कृष्ट विद्यालय चंद्रहासिनी विद्यापीठ में 15 अगस्त को ऑन लाइन के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ मनाया गया जिसमें विद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा ऑनलाइन के माध्यम से सामूहिक नृत्य, एकल नृत्य, कविता, भाषण, फैंसी ड्रेस आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। शिक्षिका इन्दु साहू के द्वारा इस दिन की महत्ता को बताते हुए कविता प्रस्तुत किया गया व उत्तम देवांगन के द्वारा देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी गयी,कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोविंद अग्रवाल जी , प्रबन्धक चंद्रहासिनी विद्यापीठ एवं विशिष्ट अतिथि सरला अग्रवाल जी व पूनमचंद अग्रवाल जी, डायरेक्टर चंद्रहासिनी विद्यापीठ रहे। संस्था के प्राचार्य देबोज्योति मुखर्जी जी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि देश को स्वतंत्र कराने में जिन देशभक्तो ने अपने प्राणों की बाजी लगा दी हमे उनका सम्मान करना चाहिए और उनके बताए आदशों पर चलना चाहिए।तभी हमारे देश की स्वतंत्रता बनी रह सकती है। मुखर्जी जी ने भारत के आदर्श स्वामी विवेकानन्द जी के उद्गारों की चर्चा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को केवल पुस्तकीय ज्ञान ही नही बल्कि सांसारिक ज्ञान के साथ ही सद्कर्म व संस्कृति की भी शिक्षा देना आवश्यक है जिससे वे एक योग्य नागरिक बनकर कीर्तिमान स्थापित कर सके तथा अपने साथ – साथ अपने माता पिता, गुरुजन व समाज का मान बढ़ा सके,विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल सन्तोष कुमार ने भी स्वतंत्र भारत के 75 वे वर्षगांठ पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री गोविंद अग्रवाल जी ने अपने अभिभाषण में कहा कि वास्तव में हम तब तक गुलाम ही बने रहेंगे जब तक हमारे मन के विचार स्वच्छंद न हो, स्वतंत्रता का यह अर्थ कदापि नही है कि हम अपने कारण दूसरे को हानि पहुचाएं। यह भारतवर्ष प्राचीन काल से ही मुनि और मनीषियों की जन्म स्थली रही है, इसे पवित्र बनाये रखने के लिए हमे सदा प्रयासरत रहना चाही,कार्यक्रम के अंत मे संस्था के डायरेक्टर श्री पूनमचंद अग्रवाल जी ने कहा कि हमे यह आजादी पाने के लिए बड़ी कीमते चुकानी पड़ी है हमारे देश के महान सपूतों ने हँसते – हॅंसते अपने प्राणों की आहुति दी है अतः इसे अक्षुण बनाये रखने के लिए हमे अपने कर्तव्यों का निरन्तर पालन करते रहना होगा व उन शहीदों के प्रति हमेशा कृतज्ञता की भावना अपने हृदय में रखनी होगी,कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की शिक्षिका जेनिफर रूमा गोम्स व शिक्षक लक्ष्मीकांत राव के द्वारा किया गया। उक्त समारोह में विद्यालय के एडमिन सोनू कुमार महतो के द्वारा उपस्थित आगन्तुकों का आभार ज्ञापित किया गया, कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षक – शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।