राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध अग्र भागवत कथा वाचक कवि उज्जवल गर्ग अपनी अमृतमय वाणी से कराएंगे अग्र कथा का रसपान
वर्तमान आधुनिक परिवारों को समाज के इतिहास से अवगत कराना है इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य– संजीव अग्रवाल चेन्नई
सक्ति– अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन केंद्रीय मुख्यालय कोलकाता के मार्गदर्शन में सम्मेलन की चेन्नई शाखा द्वारा आगामी 4 सितंबर 2022 को एस आर के के भवन अन्ना नगर चेन्नई में अग्र भागवत महा कथा का आयोजन किया जा रहा है
उक्तआशय की जानकारी देते हुए अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन की चेन्नई शाखा के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल एवं अग्र भागवत कथा के कार्यक्रम संयोजक रविंद्र गुप्ता चेन्नई ने बताया कि श्री ब्रह्मा जी के 37 वें वंशज, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के 39 वंसज, महाराजाधिराज श्री श्री 1008 श्री भगवान अग्रसेन जी की अग्र भागवत कथा का भव्य आयोजन दक्षिण भारत के चेन्नई शहर में होने जा रहा है,तथा यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के अध्यक्ष राजकुमार मित्तल कोलकाता के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया है, जिसमें भारत देश के सुप्रसिद्ध अग्र भागवत कथा आचार्य एवं राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित कवि उज्जवल गर्ग नागपुर अपनी अमृतवाणी से अग्र भागवत कथा का रसपान करवायंगे,तथा इस कथा का आयोजन 4 सितंबर को दोपहर 3:00 बजे से होगा एवं महा प्रसादी का कार्यक्रम रात्रि 8:30 बजे से होगा
चेन्नई सभा के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान आधुनिक समाज को अग्रवाल इतिहास से अवगत कराने हेतु अग्र भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, तथा कवि उज्जवल गर्ग कि अपने श्री मुख से अग्रसेन जी के इतिहास पर जानकारी देंगे, उपरोक्त कार्यक्रम को संपन्न कराने हेतु अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन की चेन्नई शाखा के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल,कार्यक्रम संयोजक रविन्द्र गुप्ता,सचिव तरूण मोदी, उपाध्यक्ष आरती रामगढ़िया, कोषाध्यक्ष राकेश अग्रवाल, प्रमुखता से जुटे हुए हैं, आयोजक चेन्नई शाखा ने अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के समस्त केंद्रीय पदाधिकारियों तथा विभिन्न राज्य इकाइयों के भी सभी पदाधिकारी/सदस्य तथा अग्रवाल बंधुओं को सपरिवार ही अगर भागवत कथा के कार्यक्रम में शामिल होकर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है, तथा अन्य राज्यों से आने वाले पदाधिकारियों के लिए भी चेन्नई शाखा द्वारा उनके आवास की संपूर्ण व्यवस्था की जा रही है,तथा चेन्नई शाखा का कहना है कि वर्तमान समय में अग्रवाल समाज की युवा पीढ़ी एवं आधुनिक परिवारों को समाज के पूर्व इतिहास से अवगत कराना भी जरूरी है