जैजैपुर, सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम कलमीडीह के मासूम लक्ष्य कुमार नायक को 2 दिन पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैजैपुर में इलाज के लिए लाया गया पालक का कहना है कि उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई जिसे लेकर हम लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैजैपुर लाए यहां पर डॉक्टरों ने उनका इलाज नहीं किया ना किसी प्रकार की इंजेक्शन लगाए मासूम बुखार से पीड़ित था लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें जिला चिकित्सालय जाने के लिए रिफर किया उस अवस्था में पालक जिला चिकित्सा जाना न चाहे और लक्ष्य का मृत्यु उनकी पिता की गोद में हो गया ।नसों का कहना है कि लक्ष्य को कुत्ते ने 2 माह पहले काटा था और उसका इलाज झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा किया गया जबकि झोलाछाप डॉक्टर ने उनका सही इलाज नहीं करने की वजह से यह तेज बुखार उन्हें 2 माह के बाद आया उनका कहना यह था ,कि कुत्ते की काटने की वजह से यह हादसा हुआ। लेकिन जब लक्ष्य कुमार नायक के पिता से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि गांव के एक झोलाछाप डॉक्टर के पास गए थे लेकिन कुत्ते ने नहीं काटा था थोड़ा नाखून से खरोच किया था जिनकी इलाज हम लोगों ने देसी रूप से एवं झोलाछाप डॉक्टर से कराये थे जब झोलाछाप डॉक्टर से मोबाइल फोन से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि कुत्ता के काटे हुए का इलाज हम लोग नहीं करते ना ही मेरे द्वारा किसी प्रकार का इंजेक्शन लगाया गया। इस तरह से डॉक्टरों की लापरवाही के कारण लक्ष्य कुमार नायक की मृत्यु होना बताया जा रहा है।