देहली-साप्ताहिक योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 09 दिसम्बर को रोहिणीपुरम् में योगविद्,इन्जीनियर गोविन्दराम के मार्गदर्शन में पारिवारिक स्तर पर आरम्भ किया गया,शिविर का शुभारंभ डॉ. देवदास अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया
डॉ. देवदास अग्रवाल ने कहा कि शरीर को निरोगी बनाये रखने के लिए नियमित व्यायाम, आसन, प्राणायाम करना चाहिए। लम्बी गहरी श्वास प्रश्वास का अभ्यास करना चाहिए। योग गुरु ने सूक्ष्म व्यायाम के महत्त्व बताकर पैरों, हाथों एवं गर्दन के व्यायाम सिखाए। श्वासों की प्राणिक क्रिया कराते हुए उन्होंने कहा कि हमारा एक नासापुट लगभग एक घंटे सक्रिय रहता है, तथा दूसरा नासापुट विश्राम करता है,एकान्तर दीर्घ श्वसन की क्रिया जिसमें श्वास छोडने एवं लेने की क्रिया क्रमशः बायें तथा दायें नासारन्ध्रों से किया जाता है, जिसे अनुलोम-विलोम कहते हैं, के अभ्यास से दोनों नथुनों को सक्रिय करने से नाडियों की शुद्धि होती है। अनुलोम-विलोम का अभ्यास कराया गया। श्वसन क्रिया मन्द गति से, निःशब्द करने पर जोर दिया गया। उन्होंने तीन प्रकार के कपालभाति क्रिया का अभ्यास कराया जो माथे में चमक पैदा करता है
गायत्री नगर निवासी योगासन में प्रवीण रीना अग्रवाल ने ताडासन सिखाया जो बच्चों की लम्बाई बढाने में सहायक है, डूंगाजी कालोनी निवासी इन्जीनियर अविनाश अग्रवाल ने अर्ध तितली व पूर्ण तितली आसन का अभ्यास कराया,योग गुरु ने शवासन कराया जो शरीर की थकान दूर करता है एवं चित्त को शांति प्रदान करता है, उन्होंने हर मुहल्ले में योग मित्र मण्डल का गठन करके आपस में मिलजुल कर योगाभ्यास करने का परामर्श दिया|