जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा सहित जिला राइस मिल महासंघ कोरबा ने भी करी प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों से शिकायत

कोरबा जिला नापतौल निरीक्षक की मनमानी एवं अवैध वसूली के खिलाफ एकजुट हुए कोरबा के व्यापारी

दर्जनों शिकायत होने के बावजूद अपने पद पर मौज कर रहे हैं कोरबा जिले के नापतौल निरीक्षक,जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष राम सिंह ने कहा नापतोल निरीक्षक के विरुद्ध की जाए दंडात्मक कार्रवाई

कोरबा के उरगा स्थित नारायण पार्वती धर्म कांटा में सत्यापन के नाम पर की गई अवैध राशि देने की मांग

शक्ति-– उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए शासन द्वारा स्थापित किया गया नापतौल विभाग इन दिनों विभाग के अधिकारियों की मनमानी से भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है, तथा नापतोल विभाग में पदस्थ अधिकारी अपनी हठधर्मिता एवं अवैध वसूली से बार-बार चर्चाओं में आने के बाद भी अपनी आदतों में सुधार नहीं ला रहे हैं

जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण छत्तीसगढ़ प्रदेश की ऊर्जा नगरी कोरबा जिले के नापतौल विभाग के निरीक्षक पाल सिंह डहरिया के रूप में देखा जा सकता है, पाल सिंह डहरिया नापतौल विभाग के निरीक्षक पद पर पदस्थ होने के बावजूद अपनी मनमानी तथा आए दिन छोटे- बड़े व्यापारियों को परेशान करते देखे जाते हैं, तथा खास बात यह है कि श्री डहरिया जहां भी पदस्थ हुए हैं वहां इनके विरोध में इनके विभागीय कर्मचारी ही इनकी आदतो एवम इनके रूखे व्यवहार से लामबंद होकर खुलकर मैदान में आए देखे जाते हैं,किंतु इसके बावजूद विडंबना यह है कि नापतौल निरीक्षक डहरिया की दर्जनों शिकायतों के बावजूद संबंधित विभाग के उच्च अधिकारी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने की बजाय इन्हें उल्टे ही इन्हें शह दे रहे हैं, जिसके चलते व्यापारियों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है

जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण विगत दिनों कोरबा के उरगा में स्थित नारायण पार्वती धर्म कांटा में देखने को मिला, जहां नापतौल निरीक्षक पाल सिंह डहरिया द्वारा धर्म कांटा में अपने कर्मचारियों के साथ पहुंचकर धर्म कांटा के संचालक से सत्यापन के नाम पर संचालक द्वारा संपूर्ण औपचारिकताएं पूर्व में ही ई चालान के माध्यम से पूर्ण कर लेने के बावजूद राशि की मांग की गई, तथा संचालक द्वारा राशि नहीं दिए जाने पर अनावश्यक उनके संस्थान से धर्म कांटा संबंधी मशीनों को जप्त कर ले जाया गया, एवं संचालक तथा धर्म कांटा के कर्मचारियों के साथ गाली- गलौज भी की गई,जिसका उल्लेख जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा इकाई के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल द्वारा 25 अप्रैल 2022 को कलेक्टर कोरबा को प्रेषित अपने शिकायती पत्र में भी किया गया है

साथ ही जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज कोरबा ने कलेक्टर को प्रेषित पत्र में बताया है, कि इससे पूर्व उक्त नापतौल निरीक्षक रायगढ़ जिले में पदस्थ थे, वहां भी अपनी आदतों से बाज नहीं आते हुए ऐसे ही हरकतों के चलते वे अपने विभागीय कर्मचारियों की ही आंख में खटकते थे,तो वही कोरोना के लॉक डाउन के बावजूद वे रायगढ़ से अपने गृह जिले कोरबा में निरंतर आना-जाना करते थे,तथा अनेकों बार कोरबा की प्रवेश सीमा में लगे बैरियर पर भी उनकी बैरियर में मौजूद कर्मचारियों से विवाद भी हुआ, किंतु इसके बावजूद श्री डहरिया अपनी आदतों से बाज नहीं आए तथा जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा ने कलेक्टर को प्रेषित ज्ञापन में बताया है कि उपरोक्त नापतौल निरीक्षक पाल सिंह डहरिया द्वारा पार्वती धर्म कांटा उरगा के संचालक गोपाल मोदी पिता नारायण प्रसाद मोदी के विरुद्ध में गैर सत्यापित उपकरण वर्ग क्षमता स्केल अंतराल के मामले को लेकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जो कि उचित नही है

जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एन इंडस्ट्रीज कोरबा जिले के अध्यक्ष राम सिंह अग्रवाल ने 25 अप्रैल 2022 को कलेक्टर कोरबा को प्रेषित पत्र में कोरबा जिले के नापतौल निरीक्षक पाल सिंह डहरिया के विरुद्ध नारायण पार्वती धर्म कांटा के सत्यापन के नाम पर की गई नियम विरुद्ध कार्रवाई एवं व्यापारियों को आए दिन झूठे मामलों में फंसाने की धमकी की घटनाओं पर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है, तथा जिला नापतौल निरीक्षक की इस हठधर्मिता से पूरे कोरबा जिले के व्यापारियों में आक्रोश देखा जा रहा है,तथा व्यापारियों का कहना है कि नापतौल विभाग द्वारा अपने अधीनस्थ संबंधित व्यापारियों को जागरूक करने की बजाय उल्टा उन्हें परेशान किया जा रहा है, तथा समय-समय पर नापतौल विभाग द्वारा शिविर लगाने की बजाय मनमाने ढंग से व्यापारियों की दुकानों में पहुंचकर पैसों की मांग की जाती है, जिसके चलते व्यापारी प्रताड़ित एवं परेशान हो चुके हैं, तथा इस स्थिति में यदि नापतौल निरीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें अपना व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा

उल्लेखित हो कि नापतोल विभाग की मनमानी से व्यापारियों में काफी आक्रोश देखा जाता है, जांजगीर-चांपा जिले में भी नापतौल विभाग द्वारा समय-समय पर शिविरों का आयोजन करने की बजाय व्यापारियों को परेशान करने की घटनाएं देखी जाती है, तथा वर्षों पूर्व तो शक्ति शहर में भी छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की शाखा द्वारा नापतौल विभाग के संबंधित तत्कालीन निरीक्षक द्वारा सत्यापन के नाम पर हजारों रुपए की अवैध वसूली किए जाने की शिकायतों पर व्यापारियों को एकजुट कर लगभग एक से डेढ़ लाख रुपए वापस करवाए गए थे, तथा यह मामला भी पूरे प्रदेश में काफी चर्चा में रहा था,एवं नापतौल विभाग की शह पर संबंधित नापतोल के सत्यापन का कार्य करने वाली एजेंसी द्वारा छोटे-छोटे व्यापारियों से मोटी रकम वसूल दी गई थी, तथा व्यापारियों ने इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज शक्ति के वरिष्ठ अधिकारियों को की, तथा बाद में इसकी एक बैठक संबंधित सत्यापन एजेंसी, नापतौल विभाग के अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के व्यापारियों के साथ स्थानीय शक्ति की एक होटल में हुई जहां लगभग 140000/-एक लाख चालीस हजार रुपये व्यापारियों के वापस करवाये गए थे

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