सिंगल यूज प्लास्टिक पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

  1. @thethinkmedia.com रायपुर
    राष्ट्रीय समाचार पत्र पायनियर तथा स्मार्ट सिटी रायपुर द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक पर कार्यशाला ‘कल आज और कल ‘ का आयोजन किया गया। आयोजन में प्रमुख वक्ता के रूप मे पूर्व मंत्री, रायपुर ग्रामीण से विधायक सत्यनारायण शर्मा, रायपुर स्मार्ट सिटी के प्रबंध संचालक मयंक चतुर्वेदी, श्री बालाजी इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्स के चेयरमैन डॉ. देवेन्द्र नायक, छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल से अजय मालू, वन्यजीव एवं पर्यावरण मामलों के जानकार डॉ आर. पी. मिश्रा, प्राईवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता मौजूद रहे। कार्यशाला में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली श्रीमती शुभांगी आप्टे, एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर रात्रि लहरी, रायपुर नगर निगम में स्वच्छ भारत मिशन के सहायक नोडल अधिकारी अतुल सिंह, वन विभाग की फील्ड अधिकारी प्रमिला साहू, ग्रीन आर्मी के संस्थापक अमिताभ दुबे, वन्य जीव प्रेमी नीतिन सिंघवी, ईमंच के एमएम उपाध्याय, नेहरू युवा केंद्र के अर्पित तिवारी, ईवेस्ट पर कार्य कर रही श्रीमती राशि को सम्मानित किया गया।
    कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि पायनियर सदैव से अपनी विशिष्टता के लिये जाना जाता रहा है। आज पायनियर ने फिर लोगों को जागरुक करने की एक सार्थक पहल की है। श्री शर्मा ने कहा की आज हम हर काम में प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं। इसके कितने दुष्प्रभाव है शायद हम नहीं जानते, लेकिन यदि हम अभी नहीं रुके तो आने वाली पीढिय़ां इसके दुष्प्रभावों से नहीं बच पायेगी। खाने-पीने की वस्तुओं से लेकर आज हम हर सामग्री पर प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं। यह पॉलीथिन हमारे स्वास्थ्य तथा पर्यावरण को हानि तो पहुंचा ही रही है, साथ ही हमारे शहर को गंदा कर रही है। बारिश के मौसम में हम सबने देखा है कि पॉलीथिन, प्लास्टिक की बोतलें, सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी वस्तुएं जिसे हम यूज करके फेक देते हैं। वह हमारे शहर की नालियों को जाम कर देती हैं। जिससे पानी भराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। बेजुबान मवेशी इसे खाकर काल के गाल में समा रहे हैं। सरकार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है। लेकिन सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ हम सबको जगना पड़ेगा तभी यह अभियान सफल हो सकेगा। पायनियर ने निश्चित ही एक अच्छी शुरुआत की है। हम सब समाज में अपनी भूमिका निभाए और सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का उपयोग धीरे-धीरे ही सही पर कम करें। तभी आने वाले समय मे हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा।

प्लास्टिक से डरना होगा तभी हम इससे छुटकारा पा सकते हैं : डॉ. देवेन्द्र नायक
श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स तथा कॉलेजेस के चेयरमेन डॉ. देवेन्द्र नायक ने कहा कि हम सब को प्लास्टिक से डरना होगा तभी हम इससे छुटकारा पा सकते हैं। प्लास्टिक का उपयोग हम इतना ज्यादा कर रहे हैं कि खाने-पीने की चीजों के माध्यम से वह हमारे शरीर में प्रवेश कर रहा है और कई खतरनाक बीमारियों को जनित कर रहा है। हम सबको संकल्प लेना होगा तभी हमारी आने वाली पीढिय़ा और हम स्वस्थ रह सकेंगे। मैं एक चिकित्सक के रुप में इससे होने वाले दुष्प्रभावों को भली-भांति जानता हूँ । इसलिये आज से अभी जितना कम हो सके सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का उपयोग कम करिये तभी हम स्वस्थ रहेंगे, हमारा पर्यावरण ठीक रहेगा।
शहर ही नहीं, जंगल और जंगली जानवर तक पॉलीथिन के दुष्प्रभाओं के हो रहे शिकार : डॉ मिश्रा
वन्यजीव एवं पर्यावरण मामलों के जानकर डॉ. आर पी मिश्रा ने कहा कि आज के दौर में प्लास्टिक का उपयोग चरम पर है। शहर ही नहीं जंगलों में भी गुटखे के पाउच सरलता से देखे जा सकते हैं। जरा सोचिये जंगलों में बेजुबान जानवर इसे खाते होंगे तो उसके क्या दुष्प्रभाव होंगे। आज हम कही मकान बनाने जाते हैं तो सालों से मिट्टी मे दबी पॉलीथीन या अन्य सिंगल यूज प्लास्टिक की वस्तुएं हमें नींव खोदते ही मिलती है। हमने जैसा फेका था वह वैसे ही हमें मिलती है। इन पॉलीथिन को खाकर मवेशी ही नहीं जंगली जानवर भी शिकार हो रहे हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि आज हर तालाब में पॉलिथीन भरी पड़ी हुई है। क्या आप जानते है कि जो लोग फिश खाते है। वह सीधा प्लास्टिक को खाते है। तालाब में पॉलिथीन को फिश खाती है। प्लास्टिक का अंश फिश के शरीर में मौजूद रहता है। फिर वह हमारे शरीर में जाता है। और अनेक बीमारियां पैदा करता है। इसलिये हमें इसके उपयोग में कमी लाना पड़ेगा तभी हम और हमारा पर्यावरण और वन्यजीव सुरक्षित रह पाएंगे। डॉ मिश्रा ने कहा की इस बीस साल में यदि प्लास्टिक का उपयोग चरम पर पहुंचा है तो आगामी सालों मे जनभागीदारी से इसे कम भी किया जा सकता है। सिंगल यूज प्लास्टिक से निर्मित वस्तुओं को राज्य सरकार ने किया है

प्रतिबंधित, पायनियर की यह जागरुकता अभियान स्वागत योग्य : अजय मालू
छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधीक्षण अभियंता अजय मालू ने कहा कि राज्य सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक से निर्मित वस्तुओं के दुष्प्रभावों को देखते हुये 1 जुलाई 2022 से पूर्णत: प्रतिबंध कर दिया है। राष्ट्रीय समाचार पत्र पायनियर का यह आयोजन स्वागत योग्य है। हम जनभागीदारी से लोगों को और अधिक जागरुक कर सकते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने विभाग लगातार जागरुकता अभियान चला रहा है। श्री मालू ने कहा कि अभी हाल ही मे पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा रायपुर मे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आजोजन किया गया था जिसमे प्रदेशभर के बच्चों ने भाग लिया और बोर्ड लगातार लोगों को जागरुक कर रहा है। लेकिन आम लोगों को भी इसमे सहभागिता निभानी पड़ेगी। पायनियर की यह शुरुआत स्वागतयोग्य है। हम सब के प्रयास से निश्चित ही हम इस अभियान में सफल होंगे।

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