VIDEO: ग्राम कोलिहामार में आयोजित विश्व आदिवासी कार्यक्रम में शरीक हुए सीएम भूपेश, लगाई घोषणाओं की झड़ी, गुरुर कॉलेज का नाम डारन बाई के नाम पर और नारागांव के 4 फ्रीडम फाइटर की स्मृति में समाधि स्थल और सौंदर्यकरण के लिए की 20 लाख की घोषणा

बालोद– प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में शामिल होने शनिवार को गुरुर ब्लॉक के ग्राम कोलिहामार पहुंचे। जहां समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथमंच पर महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, कुंवर सिंह निषाद और क्षेत्रीय विधायक संगीता सिन्हा मौजूद रहे। मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस 90 देशों में मनाया जाता है। बालोद जिले में भी बड़ी संख्या में आदिवासी रहते हैं। आदिवासियों के विकास उन्नति और आर्थिक स्थिति को समृद्ध बनाने के लिए कांग्रेस सरकार लगातार कार्य कर रही है। पेशा कानून जो काफी दिनों से लंबित था। उसमें नियमावली बनाकर लागू किया गया है। इस पेशा कानून में अन्य जातियों की भी भागीदारी रहेगी।

 

इस 20 अगस्त को राजीव गांधी किसान ने योजना की किश्त डाली जा रही है। इस पैसे का उपयोग सामने आ रहे तीज पर्व में बहनों को लाभ होगा। सरकार पहले गोबर खरीदी थी। अब गोमूत्र भी खरीद रही है। सड़कों पर आवारा पशुओं की कमी आई है। हर गांव में अधिक से अधिक दूध का उत्पादन होना चाहिए और वह दूध का उपयोग बच्चों के लिए किया जाए ताकि उसका बचपन ताकतवर बने। भूपेश बघेल ने आगे कहा कि समाज के लोगों द्वारा राजाराव पठार के लिए कई सारी मांग की गई थी।जिनका टेंडर हो चुका है और निर्माण कार्य भी जारी है।

 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंच से की बड़ी घोषणा की। गुरुर के ब्लॉक के नारागांव के चार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुकालू करियाम, सरजू मंडावी, पीतम्बर माण्डवी, बिसाहू राम के स्मृति में समाधि स्थल और सौंदर्यकरण के लिए 20 लाख, शासकीय महाविद्यालय गुरूर का नाम छत्तीसगढ़ की प्रथम विधायक स्व. डारन बाई के नाम से करने की घोषणा की। साथ ही मुख्य मार्ग गुरुर में शहीद गैंद सिंह के प्रतिमा के लिए 10 लाख रुपये, कन्या छात्रावास को 20 सीटर से 50 सीटर करने और छात्रावास के जीर्णोद्धार के लिए 20 लाख रुपए की स्वीकृति, आदिवासी समुदायिक भवन के लिए 50 लाख की घोषणा, गुरुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए नए भवन की स्वीकृति और बालोद नगर के बूढा तालाब के सौंदर्यीकरण की भी स्वीकृति दी गई।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *