तिल्दा पटवारी संस्कृति शर्मा के द्वारा भूमि प्रमाणीकरण के लिए १०००० रूपये की मांग

रायपुर जिले का तिल्दा तहसील के अंतगत तिल्दा पटवारी हल्का नंबर ८ पटवारी संस्कृति शर्मा के द्वारा अर्पिता दत्ता पति सुजोय दत्ता तिल्दा के निवासी ने सासाहोली स्थित भूमि जिसमे १५०० वर्ग फुट भूमि क्रय की है जिस भूमि का रजिस्ट्री के उपरांत प्रमाणीकरण के लिए मेरे पति सुजॉय के द्वारा पटवारी के कर्मचारी सतीश चौधरी पता मौली मंदिर के पास तिल्दा को 5000 नगद दिया तथा साथ में रजिस्ट्री की मूल प्रति प्रदान की गई इसके पश्चात सतीश चौधरी के द्वारा मेरे पति को फोन कर पटवारी ऑफिस में बुलाया गया जहां पर 5000 अतिरिक्त की राशि की मांग की जो कि उक्त कार्य होने के पश्चात फिर से दूसरे रजिस्ट्री जिसमें मेरे पिता विद्युत मजूमदार के द्वारा भूमि नामांतरण के लिए सतीश चौधरी के द्वारा 5000 की मांग की गई जिस पर मेरे पति के द्वारा सतीश चौधरी को 5000 को प्रदान किया गया तथा रजिस्ट्री की मूल प्रति प्रदान कर कुछ समय के बाद मेरे द्वारा कॉल करने पर पटवारी ऑफिस पहुंचने की बात कही तथा कुछ दिनों के बाद सतीश चौधरी के द्वारा मेरे पति को फोन कर पटवारी कार्यालय बुलाया जिस पर तत्पर पटवारी संस्कृति शर्मा के द्वारा 5000 की और मांग की गई जिस पर मेरे पिता ने नामांतरण के लिए इतना अधिक राशि नहीं लगता है की बात कही तुम लोग जबरदस्ती शासकीय कार्य होने के बाद भी जहां पैसा नहीं लगने पर भ्रष्टाचार के रूप में खुद के रूप में पैसा लेने की बात कही जिस पर पटवारी के द्वारा पता में आकर आकर मेरे पिता को कई अपशब्द कहे तथा मेरे पिता के ऊपर उक्त रजिस्ट्री की मूर्ति को उसके मुंह पर दे मारा जो कि उक्त कृत्य अश्वनी है तथा अशोभनीय है तथा पटवारी के द्वारा शासकीय शुल्क से अतिरिक्त की राशि की वसूली मुझ से की गई है तथा मेरे साथ साथ और कई भी किसानों से जिनसे बटवारा नामा के लिए 40000 तथा भूमि नामांतरण भूमि के प्रमाणीकरण भूमि के नक्शा बटन के लिए अपना एजेंट नियुक्त कर कई हजारों रुपए की वसूली प्रतिमाह में लगभग कई लाखों की वसूली कर रहे हैं इससे शासन प्रशासन के कार्यों को आम जनता के लिए सुविधाजनक ना कर भ्रष्टाचार करते हुए अपने जेब को भरते जा रहे हैं तथा मेरी शासन से यह गुहार है कि क्या पटवारी अपने अंदर कोई कर्मचारी नियुक्त कर सकता है पर अगर नियुक्त कर सकता है

तो उसकी पद उसकी नियुक्ति कैसे होगी रकम उगाही कैसे की जा रही है क्या सोच से परे है तथा उक्त प्रकरण के संबंध में इसकी शिकायत मेरे द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से किया गया भ्रष्टाचारी पटवारी के साथ-साथ इसके अतिरिक्त कर्मचारी सतीश चौधरी के ऊपर भी कार्यवाही होना चाहिए क्योंकि कोई भी अधिनस्थ कर्मचारी शासकीय दस्तावेजों में अपनी लिखित हस्ताक्षर त्रुटि सुधार कैसे कर सकता है क्या सब समझ से परे है इसमें बड़े से बड़े अधिकारी मिले हुए हैं जिसकी खोजबीन अवश्य की जाए तथा मेरे तरह कई गरीब किसान मध्यमवर्ग ई महिलाएं पुरुषों की जेब से शासन से अतिरिक्त राशि उगाही ना हो तरह तिल्दा में कई पटवारियों के द्वारा भी घुस लिया जाता है संबंध में मेरे द्वारा आम किसानों से बटवारा नामा, भूमि सीमांकन, भूमि के नक्शा दुरुस्ती के लिए किसानों से हजारों रुपए लिए गए हैं तथा खासकर दारु भट्टी के सामने सासाहोली भूमि मालिकों से नक्शा दुरुस्ती एवं भूमि के नाप के लिए कई हजारों रुपए दिए हुए हैं तथा साथ ही साथ तिल्दा और सासाहोली से लगा हुआ सरहद जहां पर कई जमीन को जहां पर कई लाखों करोड़ों की शासकीय भूमि को पैसे वाली पार्टी को दे दिया गया है इसके बारे में भी विगत कई माह से उक्त मार्ग के लिए वार्ड क गणमान्य नागरिक गण भी उक्त संबंध में मौखिक अपत्ति किए थे परंतु उसका आज दिनांक तक कोई भी हल नहीं निकला है

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