हरेठी मे सोने चांदी एवम नगदी रकम से भरे पांच बैग मिलने की खबर महज अफवाह

सक्ती-आयकर विभाग द्वारा विगत दिनों शक्ति में कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों में विभागीय कार्रवाई की गई थी, सक्ती में आईटी की छापेमार कार्रवाई के पश्चात प्रतिष्ठित संस्थानों के यहां हिसाब – किताब सकेलने में हफ्ता भर का समय लग गया, और इतना समय लगना भी जायज था, क्योंकि जिन जगहों पर छापे पड़े थे उनमें से कई बड़ी संपत्तियों के स्वामी बताए जा रहे है,आयकर विभाग की टीम के द्वारा कार्यवाही पूर्ण कर जाने के बाद जनचर्चा में शक्ति नगर के समीप ग्राम पंचायत हरेठी में अरुण अग्रवाल के घर से पांच बैग सोना-चांदी नगद एवम राशि मिलने की खबर रही, परंतु हकीकत कोई नही जानता, जब गांव वालों से इस संबंध में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा इस प्रकार किसी भी प्रकार से बैगों के बारे में जानकारी नहीं होना बताया गया, और ना ही किसी के घर से सोना एवम पैसा मिलने की जानकारी मिली,जिस तरह से पूरे नगर में चर्चा का विषय बना हुआ था कि अरुण अग्रवाल का 5 बैग सामान हरेठी के समीप किसी घर में रखा गया था, और उसे चोरों ने चोरी कर लिया, इस अफवाह को लेकर पुलिस द्वारा मौके पर जाकर भी तफ्तीश की गई परंतु किसी प्रकार से ना तो वहां पैसा मिला, और ना ही सोना मिला, वही ग्रामीणों ने बताया कि कुछ लोग इस प्रकार की अफवाह गाँव मे फैलाकर गांव का माहौल खराब करना चाहते हैं, ग्राम के ग्रामीणों ने बताया कि हम स्वयं परेशान है कि नगर के आसपास के व्यक्ति हम लोगों से पूछते हैं कि क्या आप लोगों के गांव हरेठी एवं दर्राभांठा में किसी के घर में सोना नोट से भरा हुआ बैग मिला है, हम स्वयं उनके साथ इधर-उधर ढूंढ रहे हैं परंतु कहीं भी इस प्रकार की जानकारी ना तो मिली है ना तो किसी प्रकार का बैग प्राप्त हुआ है,यह केवल एक अफवाह फैलाकर गांव में भ्रामक प्रचार प्रसार किया जा रहा है,इस संबंध में ग्राम पंचायत हरेठी के ग्रामीण तीजराम बरेठ एवं दशरथ पटेल द्वारा बताया गया कि सक्ती की आईटी कि कार्यवाही को हमारे ग्राम पंचायत से जोड़ा जा रहा हैं, जबकि इस ग्राम पंचायत में ऐसा कोई भी धनाढ्य व्यक्ति नहीं है, गाँव मे गरीब तबके के हर व्यक्ति रहते हैं, और हमारे आदर्श गांव को इस प्रकार से जो बदनाम करने के लिए तुले हुए इसे सहन नहीं किया जाएगा,सूत्रों का मानना है कि आईटी की छापामार कार्यवाही में पूरी टीम लगभग 200 फोर्स के साथ नगर मे आई हुई थी, जिसमें लगभग 100 से 120 फोर्स अरुण अग्रवाल के घर को चारों तरफ से घेरे हुए थे,ऐसी स्थिति में अपने घरों का सामान 2 किलो मीटर दूसरे के घर तक कैसे ले जा सकता है,ज्ञात हो कि आईटी की टीम कार्यवाही के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना जांच-पड़ताल के घर के अंदर आना जाना मना था, इससे ऐसा लगता है कि दर्राभांटा एवं हरेठी ग्राम पंचायत की अफवाह पर खोदा पहाड़ निकला चुहिया वाला किस्सा साबित होता है

इस संबंध में सक्ती के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मोहम्मद तसलीम आरिफ के द्वारा बताया गया कि इस अफवाह पर मुझे किसी प्रकार की कहीं से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, अगर घटना सही है तो शिकायतकर्ता सामने आकर शिकायत करें तो हम जांच कर कार्रवाई करेंगे

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *