51 कुडीय रूद्र महायज्ञ एवं श्रीमद भगवत कथा पंडित राम गोपाल महाराज वृंदावन के द्वारा 7 फरवरी से 18 फरवरी 2023 तक चलाया गया ।जिसमें सवा लाख पंचमुखी 15 फीट रूद्र शिवलिंग में मुख्य यजमान एवं प्रधान अजमान देखने को मिला। श्री 51 कुंडीय यज्ञ एवं श्रीमद् भगवत कथा समाप्त होने के बाद रुद्राक्ष से बने 15 फीट शिवलिंग में श्रद्धालुओं के द्वारा बेलपत्र, बेल ,आंख फूल ,धतूरा फूल के साथ अनेकों प्रकार के फूल दूध से पूजा अर्चना किया गया जो आज 5 दिन के बाद शिवलिंग में चढ़ाए गए पूजा सामग्री बिखरा पड़ा हुआ मिल रहा है।
जहां पर यज्ञ समिति भी श्रद्धालुओं के द्वारा रुद्राक्ष शिवलिंग पूजा की सामग्री को नदी या तालाब में विसर्जन नहीं करने से पत्ते ,फूल सड़कर पैरों के तले कुचलते नजर आ रहे हैं । वहीं पर श्री 51 कुंडीय यज्ञ का निमंत्रण पत्र सड़कों में बिखरा हुआ प्राप्त हुआ इस तरह से श्री 51 कुंडीय यज्ञ में रुद्राक्ष शिवलिंग सड़कों एवं गंदी स्थानों में पड़े दिखाई दिए ,इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्य यजमान एवं प्रधान यजमान कितना शिव जी पर श्रद्धा रख रहे हैं। यज्ञ स्थल में बने लोहे की चादर का शिवलिंग अब उस पर कुत्ते पेशाब करते हुए नजर आ रहे हैं जो आज कबाड़ जैसे स्थिति में बिखरा पड़ा है।
15 फीट शिवलिंग शोभा बढ़ाएं 51 कुंडली रूद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा में लाखों श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना में बेलपत्र ,बेल धतूरा फूल ,आंख फूल तथा अनेकों प्रकार के फूल से श्रद्धा सुमन किए थे लेकिन 5 दिनों तक कूड़ा करकट की तरह दिखे जो रुद्राक्ष महायज्ञ का अपमान हो रहा है अब देखने वाली बात यह है कि श्री 51 कुंडीय रुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा नगर पंचायत जैजैपुर निवासियों के लिए वरदान सिद्ध होगा या अभिशाप सिद्ध यज्ञ कराने वाले समिति को भी यह ख्याल नहीं है सवा लाख पंचमुखी रुद्र का शिवलिंग आयोजक श्री श्री 1008 श्री पंचमुखी रुद्राक्ष महाकालेश्वर भगवान एवं मीमांसा मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट जैजैपुर के ऊपर भगवान शिव अपना क्या प्रकोप दिखाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा रूद्र महायज्ञ में लाखों श्रद्धालु जो गवाह बने और दूर-दूर से जैजैपुर आकर 51 कुंडीय रुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण के और पुण्य के भागीदार बनने की आकांक्षा करते थे उन पर भोलेनाथ क्या करेंगे वह तो आने वाला समय ही बताएगा।