संविधान दिवस पर सक्ती अंचल में निकली भव्य शोभायात्रा व मोटरसाइकिल रैली-
सक्ती- गांवों में रोल माडल्स की कमी है। पूरा के पूरा गांव एक ही प्रकार के कामों में लगा हुआ है। गांवों में लाईब्रेरी नहीं हैं , बच्चों के समुचित विकास के लिए खेल के मैदान भी नहीं हैं। सोचिए ये सब गांवों में खुल जाएं तो बच्चों को कितना लाभ होगा। आप अपने समाज को बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पिलर हैं। आपका दिमाग आपके बच्चों का, परिवार का , तथा देश व समाज के विकास कैसे हो इस पर केन्द्रित होने चाहिए ताकि उसके मुताबिक कार्य किआ जा सके। उक्त बातें सक्ती एसडीएम आईएएस रेना जमील ने गोंडवाना भवन कंचनपुर में कही। वे संविधान दिवस के मौके पर 26 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थी। इस दौरान सक्ती एसडीएम नें संविधान की आर्टिकल 14 व 15 का जिक्र करते हुए इसके तहत मिले आधिकारों तथा मौलिक अधिकारों एवं मौलिक कर्तव्यों को भी समझाते इसके प्रति हमारे दायित्वों के प्रेरित किया।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि व सक्ती नगरपालिका अध्यक्ष सुषमा जायसवाल ने कहा कि हमारे नेताओं के संघर्षों के बदौलत आजादी तो मिली लेकिन आजादी के बाद देश को चलाने के लिए हमें अपार शक्ति व ऊर्जा चाहिए थी जो कि हमें बाबा साहब डा. अंबेडकर से हमें मिली है। उन्होने हम सबके लिए ऐसे कानूनों का निर्माण किया जिनके सहारे देश आज विकास के पथ पर अग्रसर है। विशिष्ट अतिथि जेलर सतीश चंद्र भार्गव उप जेल सक्ती ने कहा भारत का संविधान निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ व बेमिसाल है। बाबा साहब ने इसमें सभी महान संतों गुरूओं के विचारों को जगह देते हुए इसका निर्माण किया है। जिसके बदौलत हमें समतामूलक न्यायप्रिय संविधान प्राप्त हुआ है। इस मौके पर कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि सर्जन डा. अनिल जगत, पशु शल्यज्ञ डा. एस.एस. सिदार, नगरदा टीआई सहित मंचासीन अतिथियों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अन्य मंचस्थ अतिथियों में नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष त्रिलोकचंद जायसवाल, सतनामी समाज सक्ती अध्यक्ष डा. विजय लहरे भी उपस्थित रहे समुंद सिदार, विजय सिंह राज भी शामिल रहे । इस मौके पर सभी अतिथियों को आशीष सांडे व मनीराम सांडे के द्वारा सभी अतिथियों को भारतीय संविधान की प्रतियां भी ससम्मान भेंट की गई। कार्यक्रम का संचालन देव भारद्वाज ने तो आभार प्रदर्शन डा. विजय लहरे ने किया,संविधान दिवस पर निकली विशाल मोटर साईकिल रैली व शोभायात्रा–अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, तथा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा संविधान दिवस के मौके पर भव्य शोभायात्रा व मोटरसाइकिल रैली भी लोगों द्वारा निकाली गई। यह रैली सुबह 9 बजे गोंडवाना भवन कंचनपुर-सक्ती से प्रारंभ हुआ जो कि डोंडकी, नावापारा खुर्द, असौंदा, जामपाली, अचानकपुर, डड़ई, खैरा, सेंदरी, पुटेकेला, नगरदा, कचंदा, दुरपा होते बाराद्वार पहुंची जहां अंबेडकर चौक में बाबा साहब के कांस्य प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात रैली डूमरपारा, डेरागढ, जेठा, लवसरा, सुआडेरा, डोगिया, पोरथा व हरेठी होते हुए सक्ती नगर पहुंची जहां सबने स्टेशन रोड पर स्थित बाबा साहब अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात रैली नगर के गौरवपथ पर गुजरते हुए गोड़वाना भवन कंचनपुर पहुंची जहां संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। रैली के दौरान जामपाली तथा डूमरपारा में स्वल्पाहार की भी व्यवस्था भीम समर्थकों द्वारा की गई थी। आयोजन को सफल बनाने में देव भारद्वाज, विजय लहरे, विजय खूंटे, तरूण कुर्रे, प्रकाश कुर्रे, उदय मधुकर, रामप्रकाश जाफरी, रमेश खुंटे, डी. के. कुर्रे, गौतम बंजारे, कैलाश कुर्रे, ललित लहरे, कीर्तन जगत, जय सिंह सहित लोगो का योगदान रहा