बालोद- जिले में पहली बार खुद जिला प्रशासन की टीम गांव गांव पहुंचकर समाधान तुंहर दुआर अभियान के जरिए ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण कर रही है। इस समाधान तुंहर दुआर कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश के बालोद जिले से हुई है। पहली बार ऐसा देखा जा रहा है कि कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एवं तमाम जिला स्तर के आलाधिकारी समाधान शिविर के जरिए ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर मौके पर ही त्वरित निराकरण कर रहे हैं। शिविर में प्रमुख रूप से राजस्व, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत एवं बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद हैं। वही कलेक्टर कुलदीप शर्मा भी शिविर में पहुच ग्रामीणों की समस्याएं खुद सुन रहे है। वहीं आपको बता दें कि प्रशासन के इस सराहनीय पहल से ग्रामीणों में खुशी देखी जा रही है कि जहां एक तरफ ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर शासन प्रशासन एवं सम्बंधित विभाग का दरवाजा खटखटाया करते थे। वही आज जिला प्रशासन की टीम समाधान तुहर दुआर कार्यक्रम के जरिये उनके पास पहुच रहा है और समस्याओं का त्वरित निराकरण कर रहा है।
हितग्राहियों को राशन कार्ड और बी-1 का किया गया वितरण-
सोमवार को बालोद ब्लॉक में ग्राम घुमका के अलावा दरबारी नवागाँव तथा परसदा एवं जिले के अन्य ग्राम पंचायतों में भी समाधान तुंहर दुआर शिविर का आयोजन किया गया। कलेक्टर कुलदीप शर्मा, सीईओ जिला पंचायत डॉ. रेणुका श्रीवास्तव ने ग्राम घुमका में पहुंचकर शिविर का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर शिविर के सबंध में फीडबैक भी ली। शिविर में हितग्राहियों को राशन कार्ड, बी-1 का वितरण भी किया।
कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बताया कि सीएम भूपेश बघेल के निर्देश एवं मंशा के अनुरूप जिले के सभी पांचों ब्लाकों में समाधान तुंहर दुआर शिविर का आयोजन किया गया है। गुड़ गवर्नेंस की जो पहल है कि ग्रामीणों की समस्या गांव स्तर पर ही निराकरण हो इसी के तहत शिविर का आयोजन किया जा रहा है।