सक्ती के स्कूल को भवन की जरूरत-खंडहरों में कैसे गढ़ेंगे नौनिहाल अपना भविष्य

शक्ति- शासकीय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय कसेर पारा शक्ति जो कि पूर्व में हाईस्कूल कसेरपारा के नाम से संचालित था, वर्तमान में यहां प्राथमिक पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल हायर सेकेंडरी की कक्षाएं संचालित हो रही है, शासन ने जहां एक तरफ पुराने विद्यालय को स्वामी आत्मानंद विद्यालय में तब्दील तो कर दिया ,परंतु अभी तक शिक्षा सत्र का आधा समय बीत चुका परंतु नवीन शाला भवन के निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की कार्यवाही आरंभ नहीं की गई है

   

स्कूल परिसर से लगा कसेर पारा का पुराना विद्यालय भवन वर्तमान में अत्यंत जीर्ण शीर्ण हालत में है,पिछले 10 वर्षों से सभी संस्था प्रमुखों के द्वारा बिल्डिंग डिस्मेंटल के लिए उच्च अधिकारियों , जनप्रतिनिधियों से पत्राचार किया गया व शाला प्रबंधन समिति के द्वारा प्रस्ताव भी पारित किया गया, परंतु अभी ठोस पहल नही हो पाई,।साथ ही साथ स्थान की कमी होने से,ना ही एक साथ प्रार्थना हो रहा है,ना ही बच्चे भय मुक्त होकर खेल पा रहे है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलकूद के आयोजन के दौरान नवीन जिला शक्ति की कलेक्टर के संज्ञान में जब यह बातें लाई गई तो कलेक्टर के द्वारा तत्काल उच्च अधिकारियों को बिल्डिंग डिस्मेंटल करने का मौखिक आदेश तो दे दिया गया ,परंतु इस बात को बीते 1 महीने से ऊपर हो गए परंतु अभी भी बिल्डिंग डिस्मेंटल की कार्यवाही पूरी नहीं हो सकी है, जिससे गंभीर दुर्घटना को निमंत्रण देने की स्थिति बनी हुई है

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