रायपुर : ओजोन संरक्षण के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से रायपुर एनेर्जेन लिमिटेड (आरईएल) के पर्यावरण विभाग द्वारा शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, रायखेड़ा में शुक्रवार को विश्व ओजोन दिवस मनाया गया। अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम में 300 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस विषय पर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में 35 छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
विश्व ओजोन दिवस के मुख्य उद्देश्यों का जिक्र करते हुए आरईएल के पर्यावरण विभाग प्रमुख अमित श्रीवास्तव ने उपस्थित विद्यार्थियों को बताया कि, “सन 1913 में फ्रांस के भौतिक शास्त्री फैबरी चार्ल्स और हेनरी बोसोन ने ओजोन परत की खोज की थी। ओजोन पृथ्वी के वायुमंडल का एक परत है, जो सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से हमें बचाती है। घरों में एसी, फ्रिज तथा विभिन्न प्रकार के परफ्यूम, नाइट्रस ऑक्साइड, प्राकृतिक क्लोरीन और ज्वालामुखी से निकलने वाली गैसों से ओजोन परत को नुकसान पहुंचता है। पहली बार 16 सितंबर 1995 को समूचे विश्व में विश्व ओजोन दिवस मनाया गया। इसके बाद से हर वर्ष यह दिन 16 सितम्बर को मनाया जाता है।”
वहीं कार्यक्रम में उपस्थित प्राचार्य जी. के. वर्मा ने बताया कि, “ओजोन परत को मजबूत और सुरक्षित बनाए रखने के लिए पौधारोपण और हरियाली सबसे कारगार उपाय है। अतः हमें अधिक से अधिक पौधारोपण पर ध्यान देना चाहिए। प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने हेतु हमें अपने क्रियाकलापों को पर्यावरण के अनुकूल बनाना चाहिए और अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।”
इस अवसर पर विद्यालय परिवार से निक्की अग्रवाल, सरिता वर्मा, रंजना ध्रुव, नीलम वर्मा, मोती सिंह ध्रुव, अन्नु वर्मा, गीतांजलि ध्रुवे सहित छात्र छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के अंत में आरईएल के अमित श्रीवास्तव, योगेश कुमार और अदाणी फाउंडेशन के दीपक कुमार एवं प्रीति प्रजापति द्वारा चित्रकला के विजेताओं और प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया गया।