चुनावी मौसम में हर तरफ ये फ्री, वो फ्री सुनाई दे रहा है, लेकिन शहर के बाजार में सब्जियां महंगी हो गई हैं। अब लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ रहा है। प्याज महीनेभर में दो गुना से ज्यादा महंगा हो गया है, वहीं हरी सब्जियां और टमाटर के भाव भी 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। धान कटाई शुरू होने और चुनावी रैलियों में व्यस्त होने के कारण मजदूर कम मिल रहे हैं। इससे सब्जियां का उत्पादन और आवक दोनों कम हुई है। इसके असर से सब्जियां महंगी हुई हैं। प्याज के थोक व्यापारियों के मुताबिक सस्ती प्याज के लिए अभी महीनेभर इंतजार करना पड़ेगा। वहीं, सब्जी उत्पादक किसानों का मानना है कि दिसंबर में सब्जी के भाव कम हो सकते हैं।
तीन महीने पहले टमाटर के भाव 200 रुपए िकलो तक जा पहुंचे थे। टमाटर लोगों की पहुंच में आया तो अब प्याज ने आंसू निकालना शुरू कर दिया। लगभग महीनेभर पहले 30 रुपए तक बिकने वाला प्याज 10 दिन पहले 60 रुपए तक पहुंचा अब भाव 70 रुपए पर है। अभी भाव और बढ़ सकते हैं। शहर के बाजारों में अधिकांश सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। शिमला मिर्च 80 रुपए, फूल गोभी 60 रुपए, भिंडी 40, बरबटी 60 और टमाटर 40 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है।