नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पराक्रम दिवस के अवसर पर देश के महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि देते हुए भारत के इतिहास में उनके अद्वितीय योगदान को याद किया। पराक्रम दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर बनने वाले नेताजी को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक के मॉडल का अनावरण करेंगे और इसके साथ ही वे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नामकरण 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सरकार नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन 23 जनवरी को हर साल पराक्रम दिवस के रूप में मनाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीर सुभाष की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट कर कहा, आज पराक्रम दिवस पर, मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारत के इतिहास में उनके अद्वितीय योगदान को याद करता हूं। औपनिवेशिक शासन का कड़ा विरोध करने के लिए उन्हें याद किया जाएगा। उनके विचारों से गहराई से प्रभावित होकर हम भारत के लिए उनके ²ष्टिकोण को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं।
पराक्रम दिवस के अवसर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नामकरण 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री, नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर बनने वाले नेताजी को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक के मॉडल का भी अनावरण करेंगे।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति का सम्मान करने के लिए, 2018 में द्वीप की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा रॉस द्वीप समूह का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप रखा गया था। नील द्वीप और हैवलॉक द्वीप का नाम बदलकर क्रमश: शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप कर दिया गया था।