पंचायत सचिवों ने प्रारंभ की अनिश्चितकालीन हड़ताल, सचिवों ने कर दिया है काम बंद, कलम बंद, 1 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश भर के पंचायत सचिव पड़े हैं अपनी मांगों पर, मालखरौदा ब्लॉक इकाई की भी प्रारंभ हुआ हड़ताल

सक्ति-छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ की मांग पर शक्ति जिले के मालखरौदा विकासखंड में पंचायत सचिवों ने 16 मार्च से काम बंद, कलम बंद, अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दी है, तथा पंचायत सचिव संघ मालखरौदा विकासखंड द्वारा 13 मार्च को इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई थी साथ ही जिला इकाई द्वारा भी 11 मार्च को ही इसकी सूचना दी गई थी एवं 15 मार्च तक अपनी मांगों को माने जाने का समय भी दिया था किंतु शासन की ओर से कोई पहल नहीं होने से 16 मार्च से यह हड़ताल प्रारंभ हो गई है.

जिससे पंचायतों में भी बिना सचिव के जहां काम प्रभावित होंगे, तो वहीं आम नागरिकों को भी अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए परेशान होना पड़ेगा, वही 16 मार्च को पंचायत सचिव संघ विकासखंड मालखरौदा ने व्यापक रूप से अपनी काम बंद, कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल को प्रारंभ कर दिया है, तथा पहले दिन ही पूरे विकासखंड के पंचायतों के सचिव ने उपस्थित होकर अपनी एकजुटता दिखाई तो वही शक्ति जिले के विभिन्न विकासखंडों में भी पंचायत सचिव संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है, साथ ही जांजगीर-चांपा जिला एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न जिलों में यह हड़ताल निरंतर जारी है, वहीं छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ जांजगीर-चांपा जिले के अध्यक्ष ठाकुर भूपेंद्र सिंह गहलोत एवं सचिव कृष्ण कुमार चंद्रा के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी एकजुट होकर अपना कार्य कर रहे हैं

तथा सदस्यों ने कहा है कि उनकी यह हड़ताल जारी रहेगी जब तक शासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगा,उल्लेखित हो कि पंचायत सचिव संघ द्वारा विगत एक लंबे समय से 2 वर्ष की परीक्षावधि समाप्त होने के बाद शासकीय करण की मांग की जा रही है किंतु विडंबना यह है कि छत्तीसगढ़ शासन के जिम्मेदार मंत्रियों के आश्वासन देने के बावजूद पिछले दिनों बजट में इस आश्वासन के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया जिससे पंचायत सचिव काफी नाराज हैं तथा अब देखना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के नजदीक आते-आते पंचायत सचिवों की हड़ताल क्या रंग लाती है

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