मनुष्य को भी भगवान की तरह अपने जीवन में सकारात्मक लक्ष्य निर्धारित कर कर्म करना चाहिए … आचार्य मनोज
सक्ति- भगवान जिस प्रकार संसार को अधर्म से बचाने पापियों का संहार करने और धर्म की स्थापना हेतु अवतरित होते हैं, उसी प्रकार हर व्यक्ति को जीवन में कोई न कोई सकारात्मक उद्देश्य लेकर कर्म रहना चाहिए, यह उद्गार व्यक्त करते आचार्य मनोज कृष्ण शास्त्री ने भागवत कथा के छठे दिन रुक्मणि विवाह के संबध में विस्तार से बताया कि कुण्डिनपुर के राजा भीष्मा की पुत्री राजकुमारी रुकमणी ने जाना कि मेरा विवाह शिशुपाल के साथ किया जाना सुनिश्चित हो रहा है , तब वह भगवान कृष्ण को पत्र लिखकर मन की बात कहती है जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने पढ़कर रुकमणी का हरण कर लिया और द्वारिका पुरी में बड़े आनंद के साथ रुक्मणी और श्री कृष्ण जी का ब्याह संपन्न हुआ और यही रुक्मणी भगवान श्री कृष्ण की प्रथम पटरानी बनी
व्यासपीठ से मनोज कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण मथुरा में रहकर प्रजा की सेवा और धर्म का पालन करने लगे तभी जरासंध ने यदुवंशियों को अपना शत्रु मानकर आक्रमण किया जिससे उनकी रक्षा करने के लिए विशाल समुद्र के भीतर महानगर द्वारिकापुरी में उन्हें सुरक्षित रखा,आगे उन्होंने जरासंध और कालयवन नाश की कथा बताई, उन्होंने भगवान की तरह मनुष्यों को भी अपने जन्म लेने का हेतु अर्थात उद्देश्य निश्चित करना ही चाहिए तभी मनुष्य जीवन धन्य होता है,आचार्य मनोज कृष्ण शास्त्री के द्वारा अपने उद्बोधन में हिंदुत्व के प्रति स्वाभिमान और राष्ट्र के प्रति धर्म का पालन करने प्रेरणा प्रदान की गई। साथ ही गोपी उद्धव संवाद की कथा में भ्रमरगीत प्रसंग और गोपियों के बिरह की कथा का आनंद एवं संकीर्तन का लाभ कथा के छठवें दिन हजारों श्रोताओं को प्राप्त हुआ
भागवत कथा प्रख्यात भगवताचार्य आचार्य राजेंद्र महाराज के परिवार के सान्निध्य में गृह ग्राम टेमर में आयोजित क्या गया है जिसमें श्रद्धालुओं भारी संख्या में कथा पुण्य लाभ ले रहे है और कथा को सफल बनाने में ग्रामवासी जूटे हुए हैं तथा सभी ने महाभोग भंडारे का महाप्रसाद ग्रहण किया, कथा श्रवण करने वालों में अनुभव तिवारी, रथराम पटेल, मंजूलता राठौर, परमेश्वर राठौर,अमीरचंद भुरु अग्रवाल, लीलाधर चंद्रा, अमर सिंह चौहान, दिलेश्वर चंद्रा, शिव देवांगन, वासुदेव देवांगन, संतोष देवांगन,हुलेश्वर राठौर, पुष्पा देवी राठौर, पूर्णा देवी गबेल, रितेश सिंह, नेहा सिंह के साथ अधिवक्ता चित्रंजय पटेल व पत्रकार तपेश शर्मा सपरिवार उपस्थित रहे