बालोद- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर शुक्रवार को कृष्ण जन्माष्टमी पर जिले के 7 नगरीय निकाय बालोद, दल्लीराजहरा, डौंडी, चिखलाकसा, गुंडरदेही एवं गुरुर में कृष्ण कुंज का लोकार्पण किया गया। इसी के तहत बालोद नगर पालिका अंतर्गत रेंज कार्यालय के परिसर में बने कृष्ण कुंज का लोकार्पण संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद और क्षेत्रीय विधायक संगीता सिन्हा ने किया। लोकार्पण के पूर्व कृष्ण कुंज में स्थापित कृष्ण भगवान की प्रतिमा की पूजा अर्चना संसदीय सचिव और विधायक ने की। जिसके बाद वृक्षारोपण भी किया गया। आपको बता दे कि वृक्षारोपण को जन-जन से जोड़ने, अपने सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और उन्हें विशिष्ट पहचान देने के लिए इसका नाम ‘कृष्ण-कुंज’ रखा गया है। विगत वर्षों में शहरीकरण की वजह से हो रही अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से इन पेड़ों का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है। आने वाली पीढ़ियों को इन पेड़ों के महत्व से जोड़ने के लिए ‘कृष्ण-कुंज’ की पहल की जा रही है। इस दौरान नगरपालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मिथलेश नुरेटी, जिला पंचायत सभापति चंद्रप्रभा सुधाकर, धनेश्वरी सिन्हा, कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, एसपी डॉ. जितेंद्र यादव, डीएफओ आयुष जैन, बालोड वन परिक्षेत्र अधिकारी आरके नान्दुलकर, एसडीएम जीडी वाहिले, तहसीलदार मण्डावी, कृष्णा दुबे, चंद्रेश हिरवानी, शंभु साहू व तमाम प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
पेड़ों को बचाने का किया जा रहा प्रयास-
सांस्कृतिक विविधताओं से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ का हर एक पर्व प्रकृति और आदिम संस्कृति से जुड़ा हुआ है। इनके संरक्षण के लिए ही यहां के तीज-त्यौहारों को आम लोगों से जोड़ा गया और अब ‘कृष्ण-कुंज’ योजना के माध्यम से इन सांस्कृतिक महत्व के पेड़ों को सहेजने की अच्छी पहल हो रही है। जो आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर कल की ओर ले जाएगी और एक नए छत्तीसगढ़ के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएगी।