एनएमडीसी, बचेली ने हर्षोल्लास के साथ मनाया 65 वां स्थापना दिवस एवं जनजातीय गौरव दिवस

20, 25, 30 या 35 वर्ष सेवा पूर्ण करने वाले कर्मचारियों को मिला सोने के सिक्के का उपहार

एनएमडीसी, बचेली ने दिनांक 15 नवंबर को अपना 65 वां स्थापना दिवस परियोजना में बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया। एनएमडीसी, देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक 15 नवंबर 1958 को स्थापित की गई थी और इसने राष्ट्र की सेवा के 64 वर्ष पूरे कर लिए हैं। अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के परिणामस्वरूप एनएमडीसी ने देश व विश्व में अपने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों, सीएसआर अंतर्गत किए गए कार्यों एवं पर्यावरण के अनुकूल किए गए कार्यों के लिए ख्याति प्राप्त की है तथा एक पर्यावरण हितैषी खनिक के रूप में विश्व प्रसिद्ध है।

दिनांक 15 नवंबर को जननायक बिरसा मुंडा की जयंती मनाई जाती है और इसी दिन एनएमडीसी की भी स्थपना हुई थी इसलिए यह दोनों कार्यक्रम स्थापना दिवस और राष्ट्र जनजातीय गौरव दिवस एक साथ मनाए गए। कार्यक्रम में जननायक बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और राष्ट्र निर्माण में जनजातीय समुदाय के प्रयासों की सराहना करते हुए जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। जननायक बिरसा मुंडा एक प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और देश के श्रद्धेय आदिवासी नेता थे, जिन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार की शोषणकारी व्यवस्था के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उन्होंने आदिवासियों को “उलगुलान” (विद्रोह) का आह्वान करते हुए आदिवासी आंदोलन का आयोजन और नेतृत्व किया तथा उन्होंने आदिवासियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों को समझने और एकता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम में सभी कर्मचारियों जिन्होंने 20, 25, 30 या 35 वर्ष की सेवा एनएमडीसी के साथ पूर्ण की है उन्हें सोने के सिक्के उपहार कर कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पी. के. मजुमदार द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया जिसके उपरांत उन्होंने जननायक बिरसा मुंडा की तसवीर पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में  बी. वेंकटेश्वरलु, मुख्य महाप्रबंधक (उत्पादन), सभी विभागाध्यक्ष, एनएमडीसी अधिकारी संग, बचेली के अध्यक्ष व सचिव, दोनों यूनियन एसकेएमएस व इंटक के अध्यक्ष व सचिव तथा अन्य कर्मचारीगण उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान श्रेया शुक्ल कार्यकारी प्रशिक्षु , एनएमडीसी ने मनमोहक भजन तथा एनएमडीसी, डीएवी स्कूल के छात्रों ने आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति दी गई और मैरी जोसफ, शिक्षिका द्वारा जननायक बिरसा मुंडा के जीवन और योगदान के ऊपर प्रकाश डाला गया।

मुख्य अतिथि पी के मजूमदार ने सभी को स्थापना दिवस की बधाईयाँ देते हुए व प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमे अपने निरंतर प्रयासों से कंपनी की प्रतिष्ठा को बनाये रखना है तथा नित-नई ऊंचाईयाँ प्राप्त करने के लिए भरसक प्रयास करना चाहिए साथ ही साथ उन्होंने सभी को जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए जननायक बिरसा मुंडा के बलिदानों को याद किया और उनके द्वारा उठाए गए कदमों की सरहाना करते हुए उनके बताए गए रास्ते पर चलने को कहा।

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