सक्ति- छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा 2 मार्च को प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर शहर के लखीराम कंपनी गार्डन में एक दिवसीय संभाग स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महिला आयोग से संबंधित कार्य, साइबर क्राइम एवं मानव तस्करी से संबंधित कार्यों को रोकने, महिलाओं के कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न को रोकने, संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया, यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ शासन की महिला बाल विकास एवं सामाजिक कल्याण मंत्री डॉ अनीता अनिला भेड़िया एवं छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायक के मार्गदर्शन में आयोजित था, उपरोक्त संभाग स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में शामिल होने के लिए शक्ति जिले के नगर पंचायत अड़भार की अध्यक्ष चंद्रप्रभा गर्ग, विधायक प्रतिनिधि एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिष गर्ग, जनपद पंचायत मालखरौदा की अध्यक्ष लकेश्वरी लहरें,नगर पंचायत और अड़भार की वार्ड क्रमांक- 04 की पार्षद शांति उरांव भी प्रमुख रूप से शामिल हुए तथा इस अवसर पर आगंतुक अतिथियों ने जहां विस्तारपूर्वक विषयों पर प्रकाश डालते हुए अपनी बातें रखी तो वही नगर पंचायत अड़भार की अध्यक्ष चंद्रप्रभा गर्ग ने भी बताया कि छत्तीसगढ़ की सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए सकारात्मक पहल कर रही है, तथा जगह-जगह शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा समय-समय पर जहां विभिन्न जन जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है तो वहीं महिलाओं को उनके अधिकार संपन्न बनाने की दिशा में भी सरकार काम कर रही है, एवं राज्य महिला आयोग द्वारा भी महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने एवं उन्हें सुरक्षित रखने की दिशा मे कार्य हो रहा है
संभाग स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में बताया गया कि महिलाएं और बालिकाएं अपने ऊपर होने वाले उत्पीड़न अथवा शोषण को बिल्कुल न सहे और इसके विरूद्ध अविलम्ब आवाज उठाएं। यदि कारण से वे महिला आयोग के कार्यालय नही आ पा रही है तो वे व्हाट्सएप पर मैसेज भी कर सकती हैं अथवा एक पत्र भी लिख सकती है। आयोग इन्हें संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्यवाही करेगा। महिला आयोग बीआईटी के सभागार की कार्यशाला में यह बात कही महिला आयोग के कॉल सेंटर नम्बर 9098382225 पर यह मैसेज भेजा जा सकता है अथवा कॉल कर अपनी समस्या बताई जा सकती है, विगत दो सालों में दुर्ग संभाग अंतर्गत कुल 16 सुनवाई में 322 प्रकरणों में से कुल 133 प्रकरणों की सुनवाई की जा चुकी है। इस प्रकार पीड़ित महिलाओं को बड़ी राहत दी गई है, महतारी न्याय रथ के माध्यम से आयोग द्वारा महिलाओं को उनके हितों के संबंध में जागरूक किया जा रहा है, महिलाओं को हमेशा अन्याय का प्रतिरोध करना चाहिए। इससे उनकी स्वतंत्रता और बढ़ेगी तथा कार्यक्षेत्र में निश्चिंत होकर कार्य कर सकेगी, महिला सुरक्षा को लेकर महिला आयोग महती भूमिका निभा रहा है, ऐसी कार्यशालाओं के माध्यम से महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ती है। आयोग द्वारा जो पहल बीते वर्षो में की गई है यह पहल महिला सुरक्षा के लिए नींव का पत्थर साबित हुई है
वूमन एप अभिव्यक्ति की दी जानकारी
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिला सुरक्षा के लिए वूमन एप अभिव्यक्ति लांच की है। इसे सभी महिलाओं को अपने मोबाईल में इंस्टॉल करना चाहिए। इस एप में एसओएस का बटन दबाते ही यूजर के पास तुरंत पुलिस सहायता पहुंच जाती है। महिला सुरक्षा के लिए यह एप वरदान साबित हुआ है। इस एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
विदेश जाने का कोई आफर दें तो रखे विशेष ध्यान
महिला सुरक्षा की चुनौतियों से संबंधित पक्षों से प्रतिभागियों को आगाह किया। प्रतिभागियों को बताया गया कि कभी-कभी प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से विदेश जाने अथवा दूसरे राज्यों में काम के लिए जाने के लिए प्रस्ताव महिलाओं के पास आते हैं। इनमें से कुछ प्लेसमेंट एजेंसियां फर्जी होती हैं और इनके पीछे उद्देश्य मानव तस्करी होता है। अतःएव स्थानीय प्रशासन से जानकारी लेकर वैध प्लेसमेंट संस्थाओं से ही संपर्क करें, ताकि मानव तस्करी से बचा जा सके।
वीडियोकॉल आदि के लिए रहे सतर्क
मोबाईल के उपयोग के दौरान साइबर अपराधों की जानकारी नही होने पर न केवल निजी जानकारी के लीक होने का खतरा रहता है, अपितु आर्थिक धोखा धड़ी होने की भी आशंका बनी रहती है। ऐसे कोई एप डाउनलोड न करे जिसकी विश्वसनीयता के बारे में संदेह हो अथवा आपको ऐसा लगता है कि एप के माध्यम से आपकी निजी जानकारियां जुटाई जा रही है, जिससे आपकों सामाजिक एवं आर्थिक नुकसान होने की आशंका बनती है, तो ऐसा एप कतई डाउनलोड न करें। कभी-कभी आपसे अज्ञात लोगों के द्वारा लिंक शेयर करने कहा जाता है कभी ऐसा न करें