रसोई गैस LPG की कीमतों में अगले हफ्ते बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि ईंधन पर अंडर-रिकवरी 100 रुपये प्रति सिलेंडर से अधिक हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, वृद्धि की मात्रा सहित दरों में बढ़ोतरी सरकार की अनुमति पर निर्भर है। अगर सरकार अनुमति देती है तो यह सभी श्रेणियों में रसोई गैस की दरों में पांचवीं वृद्धि होगी। जिनमें खाना पकाने और हीटिंग उद्देश्यों के लिए सब्सिडी वाली गैस का उपयोग करने वाले परिवार, गैर-सब्सिडी वाले ईंधन और औद्योगिक आकार की गैस शामिल हैं।
एलपीजी की दरों में पिछली बार 6 अक्टूबर को प्रति सिलेंडर 15 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी, जिससे जुलाई के बाद से दरों में कुल वृद्धि 90 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर हो गई।
मामले से सीधे तौर पर जुड़े सूत्रों ने कहा कि सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों को खुदरा बिक्री मूल्य को लागत के साथ एलाइन करने की अनुमति नहीं दी गई है, और इस अंतर को पाटने के लिए अब तक किसी भी सरकारी सब्सिडी को मंजूरी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि एलपीजी की बिक्री पर अंडर-रिकवरी या घाटा 100 रुपये प्रति सिलेंडर से अधिक हो गया है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा की कीमतें कई साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं।