गरीबों पर महंगाई की मार दूध, सब्जियां, किराना, सभी कुछ हुआ महंगा

महंगाई से परेशान आम आदमी की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही। हालत यह है कि पिछले चार माह में जरूरी वस्तुओं की कीमतों में औसतन 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। गेहूं की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर हैं तो दाल-चांवल की कीमतों में भी बढ़ोतरी लगातार जारी है। महंगाई की मार से दूध और दूध से बने उत्पाद भी अछूते नहीं हैं। सामान्यत: वर्षाकाल में दूध के दाम कम होते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। दाम घटने के बजाय बढ़ गए। दूध विक्रेता संघ ने दूध के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी के संकेत दे दिए हैं। एक सितंबर से दूध के दाम में दो से पांच रुपये लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

इंदौर दूध विक्रेता संघ के अध्यक्ष भरत मधुरावाला के अनुसार पशुआहार के दाम में लगातार बढ़ेतरी हो रही है। इसके चलते दूध के दाम बढ़ रहे हैं। चार माह पहले तक पशुआहार 2700-2800 रुपये क्विंटल था लेकिन अब इसके दाम 4400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। सिर्फ पशुआहार के दाम ही नहीं बढ़े पशुओं के दाम में लगभग दोगुना हो गए हैं। चार माह पहले 48 रुपये लीटर बिकने वाला दूध अब 50 रुपये लीटर है। मधुरावाला के मुताबिक 28 अगस्त को संघ की बैठक है। इसमें दूध के दाम में बढ़ोतरी पर विचार होगा। दो से पांच रुपये लीटर तक बढ़ोतरी हो सकती है।

गेहूं के दाम सर्वोच्च स्तर पर

चार माह में गेहूं के दाम में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है। चार माह पहले 2500-2700 रुपये बिकने वाला गेहूं वर्तमान में 3200 से 3500 रुपये बिक रहा है। इंदौर दलाल एसोसिएशन के अध्यक्ष हीरालाल अगीवाल के मुताबिक गेहूं के दाम में इसके पहले कभी इतनी तेजी नहीं देखी गई। गेहूं के दाम अपने सर्वोच्च स्तर पर है। चांवल के दाम में भी तेजी है। व्यापारी दयालदास अजीतकुमार के मुताबिक पिछले दो माह में 10 रुपये प्रति किलो तक बढ़ोतरी हो चुकी है और यह जारी है। लगभग सभी किस्म के चांवल के दाम बढ़े हैं।

वर्षाकाल में भी कम नहीं हुए सब्जियों के दाम

सामान्यत: वर्षाकाल में सब्जियों का उत्पादन बढ़ता है और दाम कम हो जाते हैं लेकिन महंगाई का असर इस पर भी है। पर्याप्त वर्षा के बावजूद बाजार में सब्जियां महंगी हैं। हालांकि इसके पीछे अतिवर्षा को वजह बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि खेत में पानी जमा होने की वजह से सब्जियां निकालना मुश्किल हो गया है। सब्जियों की आवक कम होने से दाम में बढ़ोतरी हो रही है। आड़तिए इमरान राइन के मुताबिक लागत में बढ़ोतरी की वजह से थोक बाजार में सब्जियों के दाम करीब 30 प्रतिशत बढ़ गए हैं। इसके चलते खरेची दाम बढ़े हैं।

ऐसी रही तेजी

वस्तु – चार माह पहले – अभी

गेहूं – 2700-2800 – 3200-3500

बासमती चावल – 100-120 रुपये प्रतिकिलो 110 से 130

दूध – 48 – 50 रुपये लीटर

घी – 520 – 560 रुपये प्रतिकिलो

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