तिल्दा-नेवरा। थाना प्रभारी मोहसिन खान से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुनीता साहू और तोकेश्वर प्रसाद देवांगन का 16 साल पहले विवाह हुआ था। उसके बाद दोनों एक साथ एक किराए के मकान में रहते थे। सुनीता एक डॉक्टर के यहां नर्स का काम करती थी बाद में उन्होंने पास के गांव खपरी में खुद का दवाखाना खोल लिया। बताया जाता है शादी के 7-8 साल तक दोनों के बीच काफी अच्छे संबंध रहे। इस बीच सुनीता तीन बेटों की मां भी बन चुकी थी। बाद में तोकेश्वर बदल गया और पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। बावजूद सुनीता ने उनका साथ नहीं छोड़ा। तीन बच्चों का पिता होने के बाद तोकेश्वर का एक और शादीशुदा युवती के साथ प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इस बात की जानकारी जब उसकी पत्नी सुनीता को हुई तो उसने विरोध शुरू कर दिया। जिसका परिणाम यह रहा कि आए दिन सुनीता पति के हाथों से मार खाती रही। हद तो तब पार हो गई जब 20 जनवरी को उसका पति तोकेश्वर अपनी प्रेमिका प्रेमिन मानिकपुरी को साथ में घर ले आया इस बात को लेकर जब सुनीता ने उसका विरोध किया तो दोनों ने मिलकर सुनीता की बेरहमी के साथ पिटाई कर दी। तब सुनीता ने अपने बेटे के साथ थाने पहुंचकर दोनों के विरुद्ध पुलिस थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में है तोकेश्वर के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए धारा 151 तहत गिरफ्तार कर तहसील न्यायालय में पेश किया जहां से उसकी तत्काल जमानत हो गई।पति और प्रेमिका की मारपीट से क्षुब्ध होकर सुनीता ने 20 जनवरी को अपने डिस्पेंसरी में जाकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी के पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट भी लिखा जिसमें उसने पति और उसकी प्रेमिका प्रेमिन मानिकपुरी के द्वारा की गई मारपीट का उल्लेख करते हुए आत्महत्या का कारण बताया। मामले की विवेचना कर रहे उप निरीक्षक सुरेश विक्रांत ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की और सुसाइडल नोट की जांच के बाद टी आई मोहसिन खान के निर्देश पर सुनीता के पति और उसकी प्रेमिका के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने की धारा 306, 34 के तहत अपराध दर्ज कर रविवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया। शाम को दोनों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।