इंदौर। ओमिक्रोन का नया सब वैरिएंट बीए.2 इंदौर में दस्तक दे चुका है। तीसरी लहर में कोरोना को लेकर लापवाही बरतने वालों की चिंता इससे बढ़ सकती है। ओमिक्रोन का यह सब वैरिएंट तेजी से फैलता है। जब तक गंभीर लक्षण नजर आएं तब तक संक्रमण फेफड़ों तक पहुंचकर नुकसान पहुंचाने लगता है। अब तक इस सब वैरिएंट के एक दर्जन से ज्यादा मरीज शहर में मिल चुके हैं। इनमें छह बच्चे शामिल हैं।
अब तक माना जा रहा था कि ओमिक्रोन वैरिएंट सीधे फेफड़ों तक नहीं जाता, लंबे समय तक गले में ही रुक जाता है। यही वजह है कि यह बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन इसका नया सब वैरिएंट बीए.2 इससे बिलकुल उलट है। यह तेजी से फेफड़ों में पहुंचता है और संक्रमण फैलाने लगता है। तीसरी लहर में अब तक सीटी स्कैन की जरूरत नहीं पड़ रही थी, लेकिन नए सब वैरिएंट में फेफडे़ 5 से 30 प्रतिशत तक संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि जिन लोगों ने कोरोना के दोनों टीके और सतर्कता डोज लगवा ली है उनमें संक्रमण का प्रतिशत एक से पांच के बीच है।