महाविघालय अतिथि व्याख्याताओं को शीघ्र नियुक्ति नही मिली तो करेंगे उग्र आंदोलन

शिवरीनारायण – छत्तीसगढ़ महाविद्यालयीन अतिथि व्याख्याता महासंघ के द्वारा अपनी समस्याओं को लेकर शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षण विभिन्न माध्यमों से किया गया है और उन लोगों के व्दारा समय समय पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन , पदयात्रा, मुख्यमंत्री निवास का घेराव आदि अनेक आंदोलन भी किए गए हैं लेकिन किसी तरह इन अतिथि व्याख्याताओं की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाने से आखिरकार छत्तीसगढ़ महाविद्यालय अतिथि व्याख्याता महासंघ ने अब उग्र आंदोलन करने का निश्चय कर लिया है। संघ द्वारा उग्र आंदोलन करने के पीछे मुख्य कारण यह है कि उच्च शिक्षा मंत्री, गृह मंत्री और कृषि मंत्री सहित मुख्यमंत्री को अनेक बार निवेदन पत्र देने के बावजूद इन शासकीय महाविद्यालयीन अतिथि व्याख्याताओं की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है वही इस सत्र में 5 महीने से बेरोजगार अतिथि व्याख्याताओं की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। इन्हें अपने घर-परिवार की रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो चुकी है। इस शिक्षा सत्र में इनकी नियुक्ति अभी तक नहीं होने से उनके सामने भुखमरी की स्थिति बन रही है। इसलिए छत्तीसगढ़ महाविद्यालय अतिथि व्याख्याता महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा यह निर्णय लिए गए हैं कि अब उन्हें तत्काल नियुक्ति नहीं दी गई तो ये उग्र आंदोलन की राह में चलने के लिए मजबूर जायेंगे। क्योंकि इसके सिवाय व्याख्याताओं के पास कोई दुसरा रास्ता नहीं है। इन्हीं मांगों को लेकर विचार-विमर्श हेतु महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अजय कुमार शर्मा और बस्तर संभाग के अध्यक्ष डॉ. आशीष धर दीवान के द्वारा प्रदेश स्तरीय अनियमित कर्मचारी संघ से मार्गदर्शन एवं सहयोग लेने की अपील भी की है।


इन पदाधिकारियों ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि शासकीय महाविद्यालयों में इन अतिथियों व्याख्याताओं को तत्काल नियुक्ति देकर इन्हें 65 साल की व्यवस्था बनाने राज्य शासन से अपेक्षा की है ताकि ये अपनी जीविकोपार्जन कर सके और यही इनकी एकमात्र मांग है और यह कोई बहुत बड़ी मांग भी नहीं है। जिसे राज्य शासन पूरा न कर सकेगी। इनके इन जायज मांगों को राज्य शासन द्वारा यथाशीघ्र पूरा किया जाना न्याय हित में उचित होगा और इनकी नियुक्ति प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में शीघ्र की जाए क्योकि महाविघालयों में अध्यापन कार्य प्रारंभ हो चुका है लेकिन महाविघालयों में जिस विषयों के सहायक प्राध्यापक और प्रोफेसर का पद रिक्त है उस विषय की पढाई ठप है ।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *