हलचल…. टीएस सिंहदेव के एक विभाग में 10 आईएएस की पदस्थापना

टीएस सिंहदेव के एक विभाग में
10 आईएएस की पदस्थापना

टीएस सिंहदेव के पास वर्तमान में सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है। स्वास्थ्य विभाग कोई छोटा-मोटा विभाग नहीं हैं। प्रदेश की ढ़ाई करोड़ जनता के स्वास्थ्य का जिम्मा सिंहदेव के मजबूत कंधों पर है। उनके मजबूती का अंदाजा उनके विभाग में पदस्थ अफसरों से लगाया जा सकता है। राज्य सरकार आम जन के स्वास्थ्य को लेकर इतनी सजग है कि अकेले स्वास्थ्य विभाग में 10 आईएएस अफसरों की पदस्थापना कर रखा है। जिसमें सर्वप्रथम एसीएस रेणु पिल्ले, सचिव सिद्वार्थ कोमल परदेशी, सचिव पी. दयानंद, आयुक्त सी. आर. प्रसन्ना, आयुक्त मोहम्मद कैसर अब्दुल हक, संचालक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जयप्रकाश मौर्य, चंन्द्रकांत वर्मा, नम्रता गांधी, केडी कुंजाम, भोस्कर विलास संदीपान के नाम शामिल हैं।

दारु ढोने वाले विधायक कौन?

भईयालाल रजवाड़े अपने अनोखे अंदाज के लिए हमेशा से जाने जाते हैं। मंत्री रहते हुए उनकी टोपी और ब्लैक चश्मा कभी नहीं उतरा, यह अंदाज आज भी बरकरार है। रजवाड़े अपनी बात को हमेशा बेवाकी से रखते रहे हैं। इन दिनों वह फिर सुर्खियां बटोर रहें हैं। दरअसल में किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि अब चुनाव नजदीक हैं चार महीने बाद आपका विधायक फिर आरटीआई लगायेगा, और भईयालाल के लिए फिर दारु ढोएगा। रजवाड़े के इस बयान के बाद लोग चुटकियां ले रहे हैं। पूंछ रहे हैं कि आखिर वह कौन विधायक है जो भईयालाल के लिए दारु ढोता था?

अनुज को मिलेगा मौका?

2018 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह परास्त होने के बाद भाजपा अब पूरी सजग है। वह अगामी विधानसभा चुनाव में कोई भी गलती दोहराना नहीं चाहती जो 2018 के वक्त हुई थी। ज्यादातर सीटों पर अघोषित रुप से प्रत्याशी खोजे जा चुके हैं। कुछ कमजोर सीटों के लिए बेहतर विकल्प को लेकर भाजपा आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में छालीवुड कलाकार अनुज शर्मा को भाजपा प्रवेश काराया गया है। अनुज शर्मा ठेठ छत्तिसगढिय़ा कलाकार होने के साथ-साथ जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। पार्टी के आंतरिक सूत्रों की माने तो अनुज को रायपुर या रायपुर के आस-पास की एक सीट से भाजपा चुनावी मैदान पर उतार सकती है। भाजपा रायपुर शहर की 2 सीटों पर मजबूत तो 2 सीटों पर कमजोर है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि युवा प्रत्याशी के सामने युवा को मौका मिल सकता है।

चुनाव आयोग की छत्तीसगढ़ में पैनी नजर

राष्ट्रीय चुनाव आयोग की छत्तीसगढ़ राज्य में पैनी नजर है। हालही में छत्तीसगढ़ आई चुनाव आयोग की टीम ने ईडी समेत आईटी और एसीबी के अफसरों के साथ भी बैठक की। आयोग जिस तरह से छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनाव को लेकर अलर्ट है उससे यह माना जा रहा है कि चुनाव के दौरान कालेधन को रोकने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। खबर यह भी है कि चुनाव आयोग की टीम बहुत से अफसरों के परफारमेन्स से भी ज्यादा खुश नहीं थी। यह माना जा रहा है कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जमकर सख्ती रहेगी। जिसके लिए केन्द्रीय अफसरों की टीम सक्रिय हो गई है।

एक और लिस्ट

कुछ दिन पहले राज्य सरकार ने दो कलेक्टरों को हटाते हुए 23 आईएएस अफसरों के विभागों में फेरबदल किया था। छत्तीसगढ में अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह चुनाव अचार संहिता सम्भावित है। उससे पहले अभी एक और लिस्ट आ सकती है। 2006 बैच की आईएएस श्रुति सिंह होम कैडर यूपी में प्रतिनियुक्ति पर थीं, उनकी छत्तीसगढ़ वापसी हो चुकी है। जानकारी अनुसार उन्होने ज्वाइनिंग भी दे दी हैं। लेकिन अभी तक श्रुति सिंह की पोष्टिंग नहीं हुई है। श्रुति गरियाबंद, बेमेतरा की कलेक्टर रह चुकी हैं। दो और महिला अफसर आर. संगीता और शहला निगार भी दो महीेने बाद छुट्टी से वापस लौट आयेंगी। वहीं अमरमेल मंगाई ने एक माह की छुट्टी और बढ़ा दी हैं। यह सभी अफसर सचिव स्तर की हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि आचार संहिता के पहले एक और लिस्ट आयेगी।

आईएफएस अफसरों का तबादला इसी माह

इसी माह के अंत तक आईएफएस अफसरों के थोक के भाव तबादले होने हैं। जिसमें सीसीएफ स्तर के अफसरों के साथ कुछ डीएफओ भी बदले जाएंगे। दरअसल में रायपुर सीसीएफ जेआर नायक का इसी माह रिटायरमेन्ट है। उनके रिटायर होते ही आईएफएस अफसरों का तबादला होना तया माना जा रहा है। कांकेर सीसीएफ राजू, अचानकमार जगदीशन, जगदलपुर मो. शाहिद, दुर्ग बीपी सिंह बदले जा सकते हैं। कहा जा रहा है कि कांकेर सीसीएफ को रायपुर रेंज की जबाबदारी सौंपी जा सकती है। वहीं जगदीशन कांकेर भेजे जा सकते हैं। बिलासुपर सीसीएफ चंदेले, सरगुजा नावेद के यथावत रहने के आसार हैं। इसके साथ ही कुछ डीएफओ के भी बदले जाने की खबर है।

 

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