कबीरधाम जिले में खाद संकट व अघोषित बिजली कटौती को लेकर जोगी कांग्रेस ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन।
खाद की कालाबाजारी चरम पर फिर भी कोई कार्यवाही नही- सुनील केशरवानी
वर्मी कम्पोस्ट में भी मिलावट, वर्मी कम्पोस्ट के नाम पर मिट्टी-कंकड़ पालीथीन मिला अमानक खाद दे रहे- सुनील केशरवानी
पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में जोगी कांग्रेस दे रहा ज्ञापन, जल्द ही मांगे पूरी नही होने पर प्रदेश भर में आंदोलन करेंगे।- सुनील केशरवानी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जिलाध्यक्ष सुनील केशरवानी ने बताया कि विदित हो कि पूरे प्रदेश में खाद और बीज की भीषण कमी व्याप्त है। सहकारी सोसाइटियों में खाद उपलब्ध ही नहीं है। ओपन मार्केट में खाद तीन गुना अधिक कीमत पर मिल रही है।किसानों को 1200 रुपए का डीएपी लगभग 2000 रुपये में खरीदना पड़ रहा है। खाद के लिये किसान घंटों सोसाइटी में लाइन में खड़े हो रहे हैं वहीँ मुनाफाखोर चांदी काट रहे हैं। सहकारी समितियों के माध्यम से राज्य सरकार गुणवत्ताहीन वर्मी कंपोस्ट खाद लेने के लिए मजबूर कर रही है। वर्मी कंपोस्ट के नाम पर किसानों को मिट्टी, कंकड़, पत्थर, पॉलिथीन आदि अमानक मिला हुआ खाद दिया जा रहा है, ऐसे में किसानों की फसल पर असर पड़ रहा है। खरीफ सीजन में किसान खेतों में खेती के लिए समय न देकर खाद के लिए समितियों के चक्कर लगा रहे हैं, हताश होकर दर-दर भटक रहे हैं।
खरीफ सीजन के पहले खाद के संकट के साथ साथ, किसानों को अघोषित बिजली कटौती की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। छत्तीसगढ़ के किसानों के हिस्से की बिजली को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अन्य राज्यों को दे रही है जो प्रदेश के किसानों के साथ सरासर अन्याय और कृषि समस्याओं को लेकर राज्य सरकार की असंवेदनशीलता का परिचायक है।
साथ ही केशरवानी ने बताया कि धान का कटोरा कहे जाने वाला छत्तीसगढ़ राज्य, कृषि बाहुल्य राज्य है और ऐसे में राज्य के अन्नदाता का ही त्रासदी में होना, राज्य सरकार की विफलता और कुप्रबंधन का साक्ष्य है। इस हेतु जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे), किसानों को राहत देने निम्नलिखित चार सूत्रीय मांगों को आपके समक्ष रख रही है:-
१) सहकारी समितियों में तत्काल खाद और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।
२) किसानों को वर्मी कम्पोस्ट खाद लेने की अनिवार्यता को खत्म किया जाए।
३) रासायनिक खाद की आपूर्ति में कमी को देखते हुए यूरिया, डीएपी तथा पोटाश की बिक्री को खुले बाजार में प्रतिबंधित किया जाए। इन तीनों प्रकार के खाद को सिर्फ सहकारी समितियों के माध्यम से सभी किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर दिया जाए।
४) खेती-किसानी के लिए बिजली आपूर्ति को अतिआवश्यक सेवा की श्रेणी में रखा जाए और चौबीस घंटे बिजली सुनिश्चित की जाए।
उपरोक्त मांगें पूरी नहीं होने पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रदेश भर में आंदोलन करने विवश होगा।
जिलाध्यक्ष सहित जिले उपाध्यक्ष आफताब राजा, रंजीत वर्मा, ईश्वरी साहू, दलीचंद ओगरे, गणेश पात्रे, वसीम सिद्दीकी, बिहारी पटेल, रामदास पटेल, अयान सिद्दीकी, अनिल निर्लमलकर, रूपेश यादव, नीलेश सोनी, वचन दास, हेमचंद वारते सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।