जशपुरनगर. हाईपरटेंशन किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। हाई ब्लडप्रेशर या हाईपरटेंशन का खतरा महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है। इसके अलग अलग कारण हो सकते है जैसे फैमिली हिस्ट्री, तनाव. गलत खान-पान और अनियमित दिनचर्या आदि। इससे बचने के लिए न केवल डाईट और लाईफ स्टाईल पर ध्यान देने की जरूरत है बल्कि तनाव को कम करना और शरीर को सक्रिय बनाए रखना बेहद जरूरी है।
दिनांक 17 मई 2023 को जिले में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर समस्त विकासखण्ड स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में उच्च रक्तचाप से संबंधित बीमारियों के रोकथाम से सबंधी जागरूकता लाने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों उच्चरक्तचाप एवं मधुमेह बीमारी के संबंध में तथा उससे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
उच्च रक्तचाप तथा मधुमेह की स्क्रीनिंग की जाएगी। इस अवसर पर जिला एन. सी. डी. नोडल अधिकारी डॉ उदय प्रकाश भगत द्वारा बताया गया कि उच्च रक्तचाप को साईलेंट किलर कहा जाता है। शरीर की धमनियों या मुख्य रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर रक्त प्रवाहित करने से उत्पन्न बल को रक्तचाप के रूप में जाना जाता है। जब ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो उसे हाइपर टेंशन कहते है। यह धीरे-धीरे शरीर में बढ़ता है, जिससे विभिन्न हृदय संबंधी विकार जैसे मायोकार्डियल इनफक्शन, स्ट्रोक, हार्टफेलियर का विकास होता है। मोटापा, धुम्रपान या स्मोकिंग, शराब का सेवन असंतुलित आहार तनाव या डिप्रेशन तथा, शारीरिक गतिविधियों में कमी उच्च रक्तचाप के की समस्या को जन्म दे सकते हैं। हालांकि हाईपरटेशन के लक्षणों का पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे संकेत हैं जिनके द्वारा उच्च रक्तचाप की समस्या को देखा जा सकता है- जैसे अत्यधिक सर दर्द होना, छाती में दर्द होना, स्पष्ट दिखाई ना देना, बेचौनी या घबराहट होना, सांस फूलना थकान महसूस होना है।
कलेक्टर डॉ रवि मित्तल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रंजीत टोप्पो ने जिले के लोगों से अपील किया है कि जिन लोगों को उपरोक्त प्रकार के लक्षण हो वे निकट के स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जाँच करा सकते हैं तथा चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर चिकित्सक द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन अवश्य करें।