नवीन धान उपार्जन केंद्र की मांग को लेकर काण्डेकेला के किसान आज करेंगे नेशनल हाइवे 130 सी में चक्काजाम

प्रशासन के रवैया के विरोध में काण्डेकेला के किसानों ने अभी तक धान नहीं बेचा
अधिकारियों की हठधर्मिता का सजा भुगत रहे हैं ग्रामीण किसान

काण्डेकेला/ध्रुवागुड़ी।

आदिम जाति सहकारी समिति जो ग्रामीणों का धान भी खरीदती है उसे भेजीपदर से वापस काण्डेकेला में संचालित करने और नवीन धान उपार्जन केंद्र खोलने की मांग को लेकर सोमवार 21 नवंबर को नेशनल हाइवे 130 सी में लगभग1500 किसान अनिश्चितकालीन चक्कजाम करेंगे। किसानों के चक्काजाम से रायपुर से देवभोग रोड और धुरवागुड़ी-अमलीपदर पहुंच मार्ग भी बाधित होगा। इस साल 1 नवंबर से सरकारी धान खरीदी का शुभारंभ होने के बाद भी किसानों ने काण्डेकेला में नवीन धान खरीदी केन्द्र की मांग पूरी होने पर ही धान बेचने का संकल्प लिया है। अभी तक एक भी किसान ने भेजीपदर उपार्जन केन्द्र में धान नहीं बेचा है। काण्डेकेला सहित आसपास के किसानों ने पिछले कई सालों से काण्डेकेला में नवीन धान खरीदी केंद्र और भेजीपदर में अस्थायी रूप से संचालित आदिम जाति सहकारी समिति को काण्डेकेला में ही वापस संचालित करने की मांग की थी। चक्काजाम और मांगों को लेकर शासन प्रशासन को लिखित में पूर्व में चेतवानी दे दी गई थी जिस पर कलेक्टर ने कोई सुनवाई नहीं की। जिसके बाद किसानों ने एकजुट होकर बैठक में निर्णय लिया कि हर हाल में धान खरीदी केंद्र काण्डेकेला में संचालित होना चाहिए। किसानों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि अधिकारियों ने धोखे से आदिम जाति सहकारी समिति को अपनी सुविधा के लिए भेजीपदर ले गए थे, जिसका किसानों ने विरोध भी किया था, कि भेजीपदर में किसानों को पैसा जमा करने और निकालने में असुविधा होगी ।

उस समय अधिकारियों ने अपनी हठधर्मिता के चलते आश्वस्त किया था कि कुछ दिनों बाद काण्डेकेला से ही समिति संचालित होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले कई सालों से किसान अधिकारियों की हठ धार्मिता की सजा भुगत रहे है। अब किसानों ने नवीन धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग भी जोड़ दिया है। क्योंकि धान को भेजीपदर ले जाने में किसानों को परिवहन की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण धान बेचने में हर साल देरी का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। इसलिए किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि कांडेकेला में आदिम जाति सहकारी समिति के साथ नवीन धान उपार्जन केंद्र भी खोला जाए।

काण्डेकेला के किसान प्रशासन की उपेक्षा पूर्ण रवैया के विरोध में अनिश्चितकालीन नेशनल हाईवे 130 सी धुरवागुड़ी में चक्काजाम करेंगे। किसानों ने अपनी वर्षों पुरानी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन एवं चक्काजाम मांग पूरी होने तक करते रहेंगे। किसानों ने बताया कि धान बेचने के लिए दो किमी दूर उपार्जन केंद्र भेजीपदर धान लेकर जाना पड़ता है। किसान को धान बेचने में भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और धान तौल की कीमतें भी निर्धारित राशि से कहीं अधिक लिया जाता है। तौल के बाद शेष धान भी मजदूर रख लेते हैं। बोरे पर मार्क करने वालों को भी पैसा देना होता है, इस प्रकार के कई समस्याओं से किसानों को जूझना पड़ता है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने शीघ्र मांग पूरी नहीं की तो उग्र आदोलन करने के साथ जिला मुख्यालय जाकर कलेक्टर कार्यालय का भी घेराव करेंगे।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *