स्थानांतरण पर हुआ विदाई कार्यक्रम- सरकारी कॉलेज जेठा के वरिष्ठ प्राध्यापकों के स्थानांतरण पर किया गया विदाई समारोह का आयोजन

प्राचार्य डॉ चतुर्वेदी ने कहा- मैं टीम का हूं कप्तान, पुराने खिलाड़ी चले गए, मुझे अब नए खिलाड़ियों के साथ करना है कार्य

सक्ती-शासकीय क्रांति कुमार भारतीय महाविद्यालय सक्ति में प्रो यू एन कुर्रे एवं प्रो पी आर कठौतिया के लिए विदाई समारोह का किया गया आयोजन,महाविद्यालय में कार्यरत अंग्रेजी के वरिष्ठ प्रो यू एन कुर्रे का स्थानांतरण शासकीय इंद्रजीत महाविद्यालय अकलतरा एवं राजनीति विज्ञान के प्रो पी आर कठौतिया का स्थानांतरण शासकीय महाविद्यालय डभरा किया गया है, जिनके लिए महाविद्यालय परिवार की ओर से विदाई समारोह का आयोजन किया गया़. कार्यक्रम का आरम्भ प्राचार्य एवं अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की पूजा एवं वंदना से की गई,प्राचार्य डॉ चतुर्वेदी के द्वारा प्रो कुर्रे प्रो कठौतिया एवं अन्य महाविद्यालय से स्थानांतरित होकर आए हुए प्रो एस अनंत प्रो जी एन रात्रे का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया

महाविद्यालय के छात्र/ छात्राओं रिया लहरे,गंगा महंत, आकाश द्वारा विदाई गीत प्रस्तुत किया गया. प्रो. विजय देवांगन ने बताया की शासकीय सेवा में स्थानांतरण एक सामान्य प्रक्रिया है परंतु जिनके साथ हम लगातार जुड़े रहते हैं उनसे हम कुछ न कुछ जरूर सीखते हैं उनकी यादें हमेशा साथ रहती हैं. प्रो शकुंतला राज ने कहा की कठौतिया सर एवं कुर्रे सर उनके मार्गदर्शक थे उनका व्यक्तित्व हमेशा हम सबको प्रेरित करता रहेगा. प्रो डी पी पाटले ने कहा की इनके जाने से वे आधारहीन हो गए. उन्होंने उनकी स्वस्थ जीवन एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की और अपना अनुभव साझा किए.प्रो. हेमपुष्पा चंद्रा ने कहा कि इनकी विदाई संस्था से हुई है हमारे दिलों से नही वे हमेशा यादों के रूप में रहेंगे। प्रो सोमेश कुमार घिटोड़े ने कहा कि परिवर्तन संसार का नियम हैं हमे इसे स्वीकारना होगा। हमे प्रो कुर्रे एवं प्रो कठौतिया सर से एकेडमिक जिम्मेदारियां और कर्तव्य सीखने को मिला

प्रो एस अनंत ने कहा कि हम ऊर्जावन है हम उनकी संस्था के प्रति विरासत को पूरी निष्ठा के साथ निरंतर आगे बढ़ाएंगे . प्रो जी एन रात्रे ने कहा कि प्रो कुर्रे उनके गुरू है और आज उनके साथ इस मंच पर बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ वो उनकी ही देन है,मैं भी हमेेशा उनके नक्सेकदम पर चलने का प्रयास करूंगा. प्रो महेन्द्र यादव ने बेहतरीन गीत “आदमी मुसाफिर है आता है जाता हैं आते जाते रस्ते पे यादें छोड़ जाता “से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया

अंत में प्राचार्य डॉ चतुर्वेदी ने कहा मैं टीम का कप्तान हूं पुराने खिलाड़ी चले गए पर मुझे अब नए खिलाडियों के साथ संस्था को आगे बढ़ाना हैं। प्रो कुर्रे एवं प्रो कठौतिया दोनो पूरी लगन एवं आत्मीयता के साथ इस महाविद्यालय परिवार के लिए समर्पित रहे। मैं उनकी उज्जवल भविष्य एवं स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं। प्राचार्य ने उनको महाविधालय परिवार की ओर से शाल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। रसायन शास्त्र विभाग ,राष्ट्रीय सेवा योजना , राजनिति विज्ञान विभाग की ओर से भी विदाई के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट की गई। कार्यक्रम का संचालन प्रो सोमेश कुमार घितोड़े (कार्यक्रम अधिकारी रासेयो) द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में प्रो पी सीदार, प्रो ऋतु पटेल, प्रो ललित सिंह प्रो सीमा साहू, प्रो ज्योति यादव, प्रो हरिशंकर, प्रो राठिया सहित छात्र छात्राएं उपस्थित थे

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