16 दिसंबर को शक्ति के शासकीय सदर प्राथमिक शाला के करीब 90 बच्चे पहुंचे रौताही मेले में
श्यामसुंदर ने अपने बच्चों की तरह विद्यार्थियों को पूरा मेला घुमाते हुए विभिन्न व्यंजनों का भी दिलवाया आनंद
सक्ती– नगर पालिका शक्ति के पूर्व अध्यक्ष, वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पूरे क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित कर चुके श्यामसुंदर अग्रवाल ने 16 दिसंबर को शक्ति शहर के शासकीय सदर प्राथमिक शाला के करीब 90 बच्चों को स्वयं अपने साथ ले जाकर शहर के बुधवारी बाजार ग्राउंड में चल रहे प्रसिद्ध रोताही मेले की सैर कराई, इस दौरान बच्चों को जहां मेले में लगभग 10 से 15 अलग-अलग ड्रैगन झूले सहित अन्य झूलो का भी आनंद दिलाया तो वही स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने बच्चों के साथ ही झूला झूलकर उनका उत्साहवर्धन किया
इस दौरान बच्चों के साथ विद्यालय के शिक्षक/ शिक्षिकाएं एवं नगरपालिका शक्ति के अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे, इस अवसर पर बच्चों में जहां रोताही मेले के झूलों में झूलकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा, तो वही बच्चों ने भी खूब मौज मस्ती की,तथा आनंद लिया, साथ ही मेले में लगे फास्ट फूड के स्टॉल एवं विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भी बच्चों ने लुफ्त उठाया तथा बच्चों ने नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष श्यामसुंदर की इस पहल पर उनका आभार व्यक्त भी किया
वही जब बच्चे झूला झूल रहे थे तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, शक्ति शहर के बुधवारी बाजार ग्राउंड में प्रसिद्ध रोताही मेले का आयोजन 7 दिसंबर से प्रारंभ हुआ है, तथा इस मेले में जहां दूरदराज के लोग घूमने आते हैं तो वहीं शासकीय सदर प्राथमिक शाला के बच्चों की भी आज रोताही मेले में सैर से विद्यालय परिवार ने भी पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया है, इस दौरान पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल के साथ कांग्रेस नेता कमल शर्मा, तनवीर अहमद सोनू कुरैशी, पार्षद राम सजीवन देवांगन, पार्षद दीपक सेवक रिकी, पार्षद पुत्र लव सोनी, मोहित राम बरेठ सहित नगरपालिका के एल्डरमेन सूरज सोना सहित अनेकों जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे तथा सभी ने श्याम सुंदर अग्रवाल की इस पहल पर उन्हें उनका आभार व्यक्त किया
वही पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल भी स्वयं ही बच्चों के साथ उन्हें एक-एक झूले की जानकारी देते हुए उन्हें झूला झूलने के लिए प्रेरित करते रहे, तथा उन्होंने स्वयं बच्चों को झूले पर बिठाकर उन्हें झूला झुलाया उल्लेखित हो कि यह पहला अवसर था जब किसी जनप्रतिनिधि द्वारा सदर प्राथमिक शाला के बच्चों को मेले की सैर करवाई गई है