लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाधान दिवस में समाधान नहीं होता है, किन्तु जब कोई घटना हो जाती है तो, पुलिस फौरन समाधान करा देती है. एक ऐसा ही मामला देवरिया में प्रकाश में आया है. यहां पेड़ को काटने को लेकर दो सगे पट्टीदारों में ऐसा झगड़ा हुआ कि सेना के रिटायर्ड जवान को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया.
बता दें कि थाना मदनपुर के बारी डीहा ग़ांव में जीउत बंधन दुबे और सदानन्द उर्फ गुलाफ़ दुबे सगे पट्टीदार हैं. दोनों की एक-दूसरे के भूमि में आम का पेड़ है, जो वर्षो से विवाद का कारण बना हुआ है. संपत्ति के बंटवारे के बाद एक दूसरे के जमीन में पेड़ आ गया. जीउत सेना के रिटायर्ड जवान हैं. जीउत के घर के सामने ही इनकी खुद की भूमि पर सदानन्द उर्फ़ गुलाब दुबे का आम का पेड़ है, जिसकी टहनी आने-जाने में दिक्कत उत्पन्न करती है. ठीक सामने ही गुलाब दुबे का मकान है. जीउत बंधन दुबे ने पेड़ की टहनी काटना शुरु की, तो गुलाब दुबे और उनके घर वाले दुसरे पक्ष पर हमला कर दिए, जिसमें रिटायर्ड जवान की जान चली गई.
सूचना मिलने के बाद मदनपुर एसएचओ पी डी सिंह, सीओ अम्बिका चौधरी, एडिशनल एसपी राजेश सोनकर मौके पर पहुंचे. मृतक के घर वाले आक्रोशित थे. उनका कहना था कि वह समाधान दिवस में इस मामले को लेकर गए थे, किन्तु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, अब पेड़ कटेगा तभी शव यहां से जाएगा. पुलिस ने विवादित पेड़ को कटवाया तभी घरवालों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.