तिल्दा नेवरा आदिवासियों के इस मुद्दे को राज्यसभा में जोर शोर से उठाने वाली पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा गत वर्ष प्रदेश के 12 समुदायों को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने हेतु प्रस्ताव भेजा गया था। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार 15 वर्षों से प्रदेश में रहने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया, और अब झूठी वाह वाही बटोरने में लग गई। पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा द्वारा सदन पर आदिवासियों के हित मे आवाज उठाते हुए अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने के लिए पुरजोर मांग रखी थी जो कि अब जाकर केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी दी गई। वही क्षेत्रवासियों ने इसके लिए मुख्यमंत्री भुपेश बघेल व पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा के प्रति आभार माना है।