उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र में बुधवार को प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट पेश करने के बाद गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलने के साथ ही सरकार के कामकाज पर प्रकाश डाला।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन में लोक कल्याण संकल्प पत्र को ध्यान में रखकर विगत फरवरी माह में वर्ष 2021-22 का बजट प्रस्तुत किया गया। इस कोरोना काल में जीवन व जीविका को बचाने के लिए प्रारंभ हुए प्रयासों को देखते मानसून सत्र में पुन: हमें अनुपूरक बजट के साथ आना पड़ा। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास हमारा भाव व दर्शन है। यह हमारे जीवन का एक हिस्सा है, जो हमारी कार्य पद्धति में पग-पग पर झलकेगा। आदरणीय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हम सभी नए विचारों, नए संकल्पों व सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान विपक्ष पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि पहले यह लोग अयोध्या में झांकते भी नहीं थे। अब हर व्यक्ति कहता फिर रहा है कि राम हमारे हैं। आज हर व्यक्ति कह रहा राम-राम। आज लोग कहते हैं हम राम-कष्ण के भक्त हैं। 2013 से पहले लोग कहते थे कि हम कंस की मूर्तियां लगाएंगे, हमने उनकी मानसिकता बदली। पहले राम, कृष्ण शंकर सब उनके लिए सांप्रदायिक थे, अब समाज के कारण सब भक्त बन गए हैं। ब्रज क्षेत्र में जो लोग कंस की प्रतिमा लगाने का दावा कर रहे थे, जिनके लिए राम कृष्ण साम्प्रदायिक होते थे, अब दण्डवत होकर कह रहे हम भी भक्त हैं। हालात यह है कि आज सबकी टोपियां उतर गईं हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब प्रदेश की जीएसटी 21 लाख करोड़ पहुंची है। हमारी बड़ी सोच के साथ बजट का दायरा बढ़ा है। हमने तो कोरोना संकट में जीवन-जीविका बचाई तो विपक्ष को यह भी बुरा लग रहा है।उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कोविड के लिए चार लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली है। अब तक सात करोड़ टेस्ट उत्तर प्रदेश में किए जा चुके हैं। यह पहली महामारी है जिसमें एक भी गरीब भूखा नहीं मरा। हमें महामारी को तो स्वीकार करना होगा नहीं तो बीमारी के उपचार के लिए और बीमारी से बचाव के लिए कोई अभियान आगे नहीं बढ़ पाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यवसाय की सुगमता क्या होनी चाहिए इसपर हमने व्यापक संशोधन किए, नीतियां बनाई जिसके परिणाम सामने हैं। अगर दुनिया में भारत निवेश का सबसे अच्छा देश है, तो देश में उत्तर प्रदेश सबसे अच्छा गंतव्य है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश 16वें स्थान से दूसरे स्थान पर आया है। पांच वर्ष पहले प्रदेश की ग्रास स्टेट डोमेस्टिक प्रोडेक्ट (जीएसडीपी) 10-11 लाख करोड़ के आसपास थी आज हम इसे 20-21 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने में सफल हुए हैं। 2015-16 में उत्तर प्रदेश देश अर्थव्यवस्था में छह नंबर पर था। उत्तर प्रदेश आज तो नंबर 2 की अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्ष के दौरान प्रदेश में बजट का दायरा लगभग दोगुना हुआ। आज हम लगभग 6 लाख करोड़ रुपये तक बजट के दायरे को पहुंचाने में सफल रहे हैं। बड़ी सोच, बड़े कार्य तो बजट का दायरा भी बड़ा होगा।कुछ लोग महिला कल्याण की बात करते हैं पर एक अपराधी माफिया को अपने राज्य में शरण दे रहे थे, प्रोटेक्ट कर रहे थे।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने सदन में उपस्थित समस्त सदस्यगणों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के कल सदन में प्रस्तुत अनुपूरक बजट पर नेता प्रतिपक्ष व अन्य दलों के सुझाव व आत्मविचार का स्वागत करता हूं।