छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लक्ष्मी राइस मिल के मालिक व जिला कांग्रेस महामंत्री गौरव अग्रवाल पर एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर आरोप है कि वे राशन की दुकानों से राशन चुराने वाले गिरोह के साथ मिले हुए थे। गिरोह द्वारा चुराए गए चावल को वे खरीदकर अपनी मिल पर रखते थे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मिल के मैनेजर मन्नालाला समेत दो विक्रेताओं विजय कुमार व दौलत पात्रे को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, लक्ष्मी राइस मिल के मालिक गौरव अग्रवाल का मोबाइल बंद आ रहा है और वे फरार हैं। उनकी तलाश में बिल्हा व चकरभाठा क्षेत्र में छापेमारी भी की गई थी, लेकिन पुलिस को अबतक सफलता नहीं मिली है।
पांच अगस्त को खुला था मामला
पुलिस की स्पेशल टीम ने पांच अगस्त को राशन दुकानों का ताला तोड़कर चीनी व चावल चुराने वाले गिरोह के सदस्यों को पकड़ा था। आरोपियों के पास से 500 बोरी चावल मौके पर बरामद हुआ, इस दौरान उनके पास से गाड़ी भी मिली। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि वे जिस राइस मिल में चावल बेचते हैं वह कांग्रेस नेता गौरव अग्रवाल का है। नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी।
72 घंटे की चेतावनी के बाद दर्ज हुई एफआईआर
चावल चोरी में कांग्रेस नेता का नाम सामने आते ही भाजपा के नेता सक्रिय हो गए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने एसपी दीपक झा से मुलाकात कर मिल मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई न होने पर 72 घंटे बाद उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दी। इसके बाद पुलिस ने मिल मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।