CG:Balod- 12 साल की सातवीं में पढ़ने वाली नरगिस अब दिलाएगी 10वीं बोर्ड एग्जाम, आईक्यू टेस्ट के बाद शिक्षा विभाग ने की अनुमति प्रदान

बालोद- आखिरकार बालोद जिले के आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम में अध्ययनरत 7वीं की छात्रा नरगिस खान को 10वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति मिल गई हैं। हाईस्कूल के परीक्षा वर्ष 2023 में स्वाध्यायी परीक्षार्थी के रूप में सम्मिलित होने माध्यमिक शिक्षा मंडल ने विशेष अनुमति प्रदान की हैं। जिससे छात्रा नरगिस सहित परिवारजनों में खुशी की लहर हैं। आपको बता दे कि बालोद जिले के ग्राम घुमका की रहने वाली 12 साल की नरगिस खान ने 10वीं की बोर्ड एग्जाम देने की इच्छा जताते हुए शिक्षा विभाग से अनुमति मांगी थी। जिसके बाद नरगिस का आईक्यू लेवल टेस्ट हुआ था। आईक्यू लेवल टेस्ट में पास साथ ही सीएम भूपेश बघेल के आदेश के बाद 7वीं की छात्रा नरगिस खान को 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने अनुमति प्रदान की गई है। अभी हाल ही में सीएम भूपेश बघेल के गुरुर आगमन के दौरान नरगिस खान ने सीएम से मिलकर अनुमति प्रदान करने की मांग की थी। बता दे कि नरगिस बचपन से होनहार छात्र है। और उसने छठवीं क्लास से ही 10वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। नरगिस हर कठिन से कठिन सवालों को चुटकियों में हल कर लेती है। उसकी प्रतिभा को देखते हुए उसके पिता फिरोज खान ने उसे कक्षा 10वी की परीक्षा दिलाने का विचार किया। जिसके बाद इसके लिए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी के पास अनुमति प्रदान करने आवेदन दिया था।

99% अंक से पास करती है हर परीक्षा-
नरगिस के स्कूल टीचर बताते हैं कि वो हर एग्जाम में 99 फीसदी अंक ले कर उत्तीर्ण करती है। वह कठिन से कठिन सवालों के हल वह चुटकियों में करती है और लंबे से लंबा उत्तर भी उसे बस दो बार पढ़ते ही याद हो जाता है। स्कूल के शिक्षक भी मान रहे है कि नरगिस में टैलेंट है। वो कहते हैं कि नरगिस काफी होनहार और प्रतिभावान छात्रा है।

कैसे शुरू हुई तैयारी-
नरगिस कहती है कि उन्होंने इंटरनेट पर काफी कुछ सर्च किया। जब उसने काफी लोगों के बारे में पढ़ा और देखा तो उसे अपनी प्रतिभा का आंकलन हुआ। नरगिस ने कहा कि यंगेस्ट यूपीएससी टॉपर भी हो सकते हैं। तो मैं क्यों नही बन सकती. यहीं सोचकर तैयारी शुरू कर दी।

डीईओ ने बोर्ड को भेजा था आवेदन-
आवेदन के बाद डीईओ प्रवास सिंह बघेल ने नरगिस को सत्र 2022-23 में दसवीं की परीक्षा में शामिल करने संचालनालय को पत्र लिखा था। क्योकि बोर्ड एग्जाम में बैठने की अनुमति माध्यमिक शिक्षा मंडल से मिलती है। आवेदन पर विचार करने के लिए एक बोर्ड बैठी और छात्रा का आईक्यू टेस्ट हुआ। जिसके बाद ही नरगिस को अनुमति प्रदान की गई। डीईओ ने भी शिक्षकों के आंकलन पर माना कि नरगिस खान काफी टैलेंटेड है।

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