22वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन समारोह में केबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर हुए शामिल

खेल में जीतने से आगे बढ़ने की प्रेरणा और हार से अधिक परिश्रम कर विजय लक्ष्य को पाने की भावना बढ़ती है – केबिनेट मंत्री अकबर

केबिनेट मंत्री अकबर ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर किया सम्मानित

दुर्ग जोन के प्रतिभागियों ने सर्वाधिक खेलों में विजय प्राप्त कर मारी बाजी

कवर्धा में आयोजित चार दिवसीय 22वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन कल शाम स्वामी करपात्री जी स्टेडियम में हुआ। केबिनेट मंत्री और कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंत्री अकबर ने प्रतिभागियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने विजेता, उपविजेता और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप जिला पंचायत उपाध्यक्ष पुष्पा होरीलाल साहू, योग आयोग के सदस्य गणेश योगी, सदस्य कृष्ण कल्याण बोर्ड भगवान सिंह पटेल और नीलकंठ चंद्रवशी उपस्थित रहे। इस दौरान क्रेडा सदस्य कन्हैया अग्रवाल, जिला कृषि उपज मंडी अध्यक्ष नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष चोवाराम साहू, जनपद उपाध्यक्ष सनत जयसवाल, पार्षद अशोक सिंह, कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
केबिनेट मंत्री अकबर ने समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने खेलों और खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के उद्देश्य खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया है। प्राधिकरण के जरिए खेलों को विकसित करने और खिलाडिय़ों को आगे बढ़ाने सारगर्भित प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री अकबर ने प्रतियोगिता में शामिल राज्य के पांच जोन बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर और सरगुजा के सभी टीमों के खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि खेल में जीत और हार दोनों के फायदे हैं। जीतने से जहां आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है वहीं हार से और अधिक परिश्रम कर विजय लक्ष्य को पाने की भावना बढ़ती है। उन्होंने कहा कि युवाओं में सांस्कृतिक एवं खेल गतिविधियों में बढ़ावा मिलेगा इसके साथ-साथ नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है। स्वस्थ, सशक्त, ऊर्जावान और प्रतिभासंपन्न युवा ही हमारे राज्य के भविष्य हैं। राज्य के खिलाड़ी देश-दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करेंगे।
मंत्री अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत की। छत्तीसगढ़ की संस्कृति व सभ्यता और विशिष्ट पहचान यहां की ग्रामीण परंपराओं और रीति रीवाजों से है। इसमें पारंपरिक खेलों का विशेष महत्व है। पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ के इन खेलों को लोग भूलते जा रहे थे। खेलों को चिरस्थायी रखने, आने वाली पीढ़ी से इनको अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़ियां ओलंपिक खेलों की शुरूआत की गई है। खेल मनोरंजक होने के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हैं।

22 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में दुर्ग जोन के प्रतिभागियों ने मारी बाजी

22 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में सर्वाधिक खेलों में विजेता बनकर दुर्ग जोन के प्रतिभागियों ने बाजी मारी है। प्रतियोगिता में 5 खेल में पांच जोन बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर और सरगुजा के टीम शामिल हुए। व्हॉलीवाल बालक 17 वर्ष में रायपुर प्रथम स्थान प्राप्त किया वही दूसरे स्थान पर दुर्ग रहा। व्हॉलीवाल बालिका 17 वर्ष में रायपुर ने प्रथम स्थान पर रहकर अपना परचम लहराया और दूसरे स्थान पर बस्तर रही। व्हॉलीवाल बालक 19 वर्ष में दुर्ग विजेता बना और रायपुर उपविजेता रहा। व्हॉलीवाल बालिका 19 वर्ष में बस्तर विजेता रही और सरगुजा उपविजेता बनी। बाल बैडमिटन बालक 14 वर्ष में बस्तर विजेता रहा और दुर्ग उपविजेता रहा। बाल बैडमिंटन बालिका 14 वर्ष में दुर्ग विजेता रही और बस्तर उप विजेता बनी। बाल बैडमिंटन बालक 19 वर्ष में दुर्ग ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वही बस्तर दूसरे स्थान पर रहा। बाल बैडमिंटन बालिका 19 वर्ष में दुर्ग ने प्रथम स्थान पर रहकर अपना परचम लहराया और बस्तर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। ड्रॉप रोबॉल बालक 17 वर्ष में दुर्ग ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और सरगुजा दूसरे नंबर पर रहा। ड्रॉप रोबॉल बालिका 17 वर्ष में दुर्ग विजेता रही और सरगुजा दूसरे स्थान पर बनी रही। ड्रॉप रोबॉल बालक 19 वर्ष में दुर्ग ने विजय प्राप्त किया और रायपुर उपविजेता रहा। ड्रॉप रोबॉल बालिका 19 वर्ष में दुर्ग ने प्रथम स्थान पाकर अपना परचम लहराया और रायपुर दूसरे स्थान पर रही। फील्ड आर्चरी बालक 19 वर्ष में बस्तर और सरगुजा दोनों विजेता बने और बिलासपुर उपविजेता रहा। फील्ड आर्चरी बालिका 19 वर्ष में दुर्ग प्रथम स्थान पर रही और बस्तर दूसरे स्थान पर बनी रही। क्रिकेट बालिका 19 वर्ष में दुर्ग ने प्रथम स्थान पर रहकर अपना परचम बनाए रखा और बिलासपुर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ संदीप कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे जिला शिक्षा अधिकारी एमके गुप्ता, सहायक संचालक यू आर चंद्राकर, विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजय जायसवाल सहित अन्य जिले के आए प्रतिभागी टीम के लीडर, जिले के व्यायाम शिक्षक उपस्थित थे।

22 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में 5 खेल क्षेत्रों के लगभग 890 खिलाड़ी और ऑफिसियल्स हुए शामिल

22 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में 5 खेल क्षेत्रों के लगभग 890 खिलाड़ी और ऑफिसियल्स शामिल हुए। 18 अक्टूबर को प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया था। इस प्रतियोगिता में बाल बैडमिटन बालक बालिका 14, 19 वर्ष, व्हॉलीवाल बालक, बालिका 17-19 वर्ष, टेनिस क्रिकेट बालिका 19 वर्ष फिल्डआर्चरी बालक, बालिका 19 वर्ष और ड्रापरोबाल बालक, बालिका 17-19 वर्ष शामिल किए गए थे। 22 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले क्षेत्रों को पांच जोन बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर और सरगुजा में विभाजित की गए थे।

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