भागवत प्रेत को भगवान की पार्षद बनाने वाली कथा है : प्रमोद शास्त्री

साजा :–समीपस्थ ग्राम राखी में गोलोक वासी पंडित मिथिलेश पांडेय की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा सुनाते हुए प्रथम दिवस धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज के कृपा पात्र शिष्य आचार्य पंडित प्रमोद शास्त्री मानस केसरी भागवत भूषण ने कहा कि भागवत कथा ज्ञान वैराग्य को जगाने वाली कथा है, जिस ज्ञान वैराग्य को वेद ,पुराण, गीता नहीं जगा पाए उस ज्ञान-वैराग्य को श्रीमद्भागवत महापुराण जगा दिए हैं , इसलिए श्रीमद्भागवत महापुराण को सभी पुराणों का सम्राट कहा जाता है|
वृंदावन की जिस पवित्र धरती में ज्ञान ,वैराग्य ,भक्ति जर्जर अवस्था में थी उस ज्ञान ,वैराग्य और भक्ति को संत नारद जी ने श्रीमद् भागवत सुना कर वृद्ध ज्ञान वैराग्य को जवान बना दिया और बेहोश को होश में ला दिए | वृंदावन की धरती में भक्ति को रही थी वही भक्ति भागवत की कथा सुनकर मुस्कुराती है| जिस प्रकार बसंत आने से प्रकृति मुस्कुराती है उसी तरह संत आने से संस्कृति मुस्कुराती है | गौकरण महत्तम की कथा सुनाते हुए शास्त्री जी ने कहा कि आत्मा आत्मदेव है ,बुद्धि धुंधली है ,इसलिए आत्मा का कल्याण पवित्र बुद्धि से ही हो सकती है| भागवत कथा का रसपान क्षेत्रवासी 22 मई रविवार तक अनवरत करते रहेंगे |

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *