भोपाल ,मध्यप्रदेश मे एक बार फिर शिवराज सरकार की वादाखिलाफी को लेकर संविदा कर्मचारी आर-पार के मूड मे हैं। मध्यप्रदेश मे विधान सभा चुनाव महज एक वर्ष बाद होने हैं।आगामी मार्च मे पेश होने वाला बजट शिवराज सरकार का आखिरी बजट होगा। यदि मार्च 2024 के पहले सरकार संविदा कर्मचारियो को नियमित करने का प्रावधान नही करती तो फिर कर्मचारियो का नियमितीकरण हो पाना सम्भव नही है इस बात को कर्मचारी संगठन भलीभांति जानते है। इसलिये अब वे इस बार आर -पार की लाडाई लड़ सकते है।
पिछ्ले चुनाव मे लाखो की संख्या मे कर्मचारियों ने शिवराज सरकार को बायकाट कर दिया था और मध्यप्रदेश की कमान कांग्रेस यानि की कमलनाथ को सौप दी थी। इस बार फिर शिवराज सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी नियमितीकरण समेत मांगो को लेकर लगभग सभी विभाग के कर्मचारियो मे खाशा रोश है। मध्यप्रदेश संविदा स्वाथ्य कर्मचारियो ने तो मोर्चा खोलने सामुहिक इस्तीफा देने की तैयारी मे है। संगठन के पदाधिकारियों ने मीटिंग लेकर हड़ताल की रूप रेखा तय कर ली है। और इस बार संविदा स्वाथ्य कर्मचारी बिना नियमितीकरण के हड़ताल से वापस ना आने की प्रतिज्ञा की है।
कोरोना महामारी मे लडी जंग फिर भी अधिकार से वंचित-
संविदा स्वस्थ्य कर्मचारियो ने पिछ्ले 2 साल कोरोनाकाल मे भी जान की परवाह किये बिना दिन रात लोगो की सेवा की। जब सभी लोग अपने अपने घरो मे जान बचाने के लिये विवस थे। तब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने जंग लडी । लेकिन आज वे अपने अधिकार से वंचित है। अब वे अपनी मांगो को लेकर एक बार फिर हड़ताल का रुख करने जा रहे हैं।
विभाग ने कर्मचारियो को ठगा, अब कोर्ट जाने की तैयारी_
शिवराज सरकार ने जून 2018 मे रेगुलर कर्मचारियो की भाति संविदा कर्मचारियों को 90 प्रतिशत वेतन देने की नीति पर मुहर लगा दी। कई विभागो मे इसका पालन भी होना चालू हो गया । महिला एवं बाल विकास विभाग का आदेश आप स्वयं देख सकते हैं। लेकिन एनएचएम मे कर्मचारी अपने आप को शोषित महसूस कर रहे है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियो को अभी तक 90 प्रतिशत वेतन नीति का लाभ नही मिल पा रहा। वित्त विभाग और एनएचएचएम ने सरकार की नीती को कचडे के डब्बे मे डाल दिया यही कारण है की 2018 मे बनी नीति का एनएचएम के संविदा कर्मचारियों को चार साल बाद भी लाभ नही मिल पा रहा। अब कर्मचारी विभाग के मुखिया तथा वित्त विभाग को पार्टी बनाकर सरकार की नीति का न पालन करने के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखताने की तैयारी मे हैं।
*सितम्बर माह के दूसरे सप्ताह से हड़ताल की सम्भावना-
*
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इस बार आर पार की लाडाई की रणनीति बनाकर हड़ताल की तैयारी कर रही है। संगठन के नेताओ ने अन्दोलन की रूप रेखा तय की है । सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सितम्बर माह के दुसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।