फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म Zomato को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में काफी अधिक घाटा हुआ है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 48 मिलियन डॉलर के शुद्ध घाटे की सूचना दी है। कंपनी को पिछले साल की जून तिमाही में 13.5 मिलियन डॉलर का घाटा हुआ था। कंपनी ने इस घाटे की सूचना ऐसे समय में दी है जब पिछले महीने ही कंपनी का इनिशियल पब्लिक ऑफर बंपर हिट साबित हुआ था। कंपनी के मुताबिक मुख्य रूप से नॉन-कैश ESOP व्यय के चलते यह घाटा हुआ है।
कंपनी ने कहा है, ”आलोच्य तिमाही में नई ESOP 2021 स्कीम तैयार करने के लिए इस मद में काफी उल्लेखनीय राशि खर्च करने पड़े।”
Zomato ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, ”कंपनी द्वारा रिपोर्ट किए गए फायदे या घाटे तथा समायोजित EBITDA में यह विचलन आने वाले समय में भी जारी रहेगा।”
हालांकि, जून तिमाही में Zomato की आय 28 फीसद की वृद्धि के साथ 757.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में 591.9 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी। कंपनी ने पिछली तिमाही में 10 करोड़ से ज्यादा फूड ऑर्डर डिलिवर किए।
Zomato ने कहा है, ”चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही हमारी टीम के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रही। इसकी वजह यह है कि कोविड की दूसरी लहर ने पूरे देश को प्रभावित किया। दूसरी ओर, हम एक ही समय में कई चीजें करने के लिए हाथ-पांव मारते रहे।”
कंपनी ने कहा है, “हमारे कोर फूड डिलिवरी बिजनेस में ग्रोथ की बदौलत कंपनी की आय बढ़ी है। इसकी वजह यह है कि अप्रैल में कोविड-19 की भयानक दूसरी लहर के बावजूद हमारे फूड डिलिवरी बिजनेस में ग्रोथ देखने को मिला।”
कंपनी ने कहा है, “दूसरी ओर, कोविड की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बाहर जाकर खाना खाने का बिजनेस प्रभावित हुआ। इससे वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में इंडस्ट्री द्वारा हासिल अधिकतर बढ़त खत्म हो गई।”