आपका केवल एक हस्ताक्षर- पूर्व मंत्री नोबेल वर्मा ने 19 अप्रैल से चालू किया मोर पैसा- मोर जमा- पूंजी वापस करो वापस करो, राज्य सरकार के खिलाफ भरेंगे हुंकार,जनता के दरवाजे तक जाएंगे पूर्व मंत्री नोबेल वर्मा 19 अप्रैल को करी शक्ति में पत्रकार वार्ता

अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष हैं नोबेल कुमार वर्मा

सक्ति– अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री नोबेल कुमार वर्मा ने 19 अप्रैल को स्थानीय शासकीय विश्राम गृह रेस्ट हाउस शक्ति में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया, इस दौरान पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री के अलावा साहू समाज के जिला उपाध्यक्ष गोरेलाल साहू मालखरौदा, शक्ति के अधिवक्ता परमेश्वर जायसवाल, शक्ति के सामाजिक कार्यकर्ता राकेश गबेल, ग्राम पंचायत आडिल के पूर्व सरपंच सम्मेलाल गबेल, ग्राम पंचायत भाटा के पूर्व सरपंच केशव दर्शन, युवा नेता नितेश कुमार वर्मा प्रमुख रूप से मौजूद थे

*इस दौरान पूर्व मंत्री नोबेल कुमार वर्मा ने कहा कि आज सक्ति जिले में मोर पैसा- मोर जमा, पूंजी वापस करो अभियान उनके द्वारा आज 19 अप्रैल से प्रारंभ किया जा रहा है, तथा इसमें आपके केवल एक हस्ताक्षर को लेकर वे प्रदेश के महामहिम राज्यपाल एवं राष्ट्रपति तक उन दस्तावेजों को लेकर जाएंगे, पूर्व मंत्री नोबेल वर्मा ने कहा कि मेरे पूरे परिवार का आत्मीय संबंध आप सभी से दशकों से रहा है, तथा सदैव सभी के सुख- दुख में हम सहभागी बनते हुए आपसी भाईचारे को निभाते आ रहे हैं, एवं एक पत्र मैं आप सभी को समर्पित कर रहा हूं, जिसमें वर्तमान में राजनैतिक गिरावट के चरम स्तर को देखते हुए आपने भी यह महसूस किया है कि चुनाव पूर्व झूठे आश्वासन देना, पैरों में लौटना, एवं चुनाव जीतने के बाद बिचौलियों एवं दलालों के पीछे घूमना, क्या यह जनप्रतिनिधियों के आचरण के अनुकूल है? यदि यह सब बात सही है तो निर्माण कार्यों में खुलेआम 50% तक कमीशन लिया जा रहा है, रेत में अवैध वसूली हो रही है,जगह-जगह फैक्ट्रियों के राखड़ को फेंका जा रहा है एवं भवन एवं सड़कों का गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य चल रहा है, तथा बिचौलियों एवं दलालों तथा भ्रष्ट अधिकारियों की अवैध वसूली की राशि का यह बड़ा हिस्सा जनप्रतिनिधियों को क्या नहीं पहुंच रहा है, इनमें बहुत से सवाल छुपे हुए हैं, नोबेल वर्मा ने इन पंक्तियों के माध्यम से अपनी बातें कहीं

हर शाखा पे उल्लू बैठा है- अंजामे गुलिस्तां क्या होगा

पूर्व मंत्री नोबेल वर्मा ने कहा कि महिलाओं को साड़ी बांटना, लोगों को गोवा- पूरी दिल्ली आदि स्थानों का भ्रमण कराना, मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है, एवं अब आप सभी को ही तय करना है कि इन सभी के लिए धन कहां से आ रहा है, एवं कहीं वसूली के पैसे का कुछ भाग इसी में तो खर्च नहीं हो रहा है, वर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा की सरकार द्वारा जिला प्रशासन के माध्यम से रोजगार मेले का भव्य आयोजन करवाया गया था, जिसमें विभिन्न कंपनियों द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार भी दिया गया, कंपनी के कर्मचारियों ने गांव-गांव में जाकर ज्यादा ब्याज देने,धन दुगना-तिगुना करने का आश्वासन देकर मेहनत की कमाई को जमा करवाया, वह राशि हमें अभी तक वापस क्यों नहीं मिली है,कम से कम मूलधन ही मिल जाता, कंपनी के लोग पैसा लेकर फरार हो गए हैं, उसके लिए क्या सरकार भी जिम्मेदार नहीं है, वर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा चुनाव के समय जन घोषणा पत्र में इस राशि को वापस करने का वादा किया गया था एवं सत्ता में आने के बाद तहसील कार्यालयों के माध्यम से आवेदन भी मंगाए गए, लेकिन पैसा वापस होना तो दूर कंपनी के कर्मचारियों और पुलिस केस वापस लेकर हम उन्हें बचाने का उपक्रम किया जा रहा है

वर्मा ने कहा कि मोर पैसा-जमा पूंजी वापस करो- वापस करो हस्ताक्षर अभियान में आप भी जुड़ें एवं महामहिम राष्ट्रपति -राज्यपाल के पास जाकर अपने दुख- दर्द को बताएं और शासन के बजट में प्रावधान करने का निवेदन कर हमारी जमा पूंजी वापस करने के लिए शासन को बाध्य कर सकें, वर्मा ने कहा कि वर्तमान में हम सभी अपने -अपने कार्यों में व्यस्त हैं,लेकिन अपनी जमा पूंजी वापसी और दलालों से छुटकारा पाने के लिए यह प्रयास भी जरूरी है, तथा एक नई सुबह के लिए मेरा आप सभी आमंत्रण स्वीकार करेंगे, पूर्व मंत्री नोबेल कुमार वर्मा ने बताया कि नवगठित शक्ति जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र जिसमें शक्ति विधानसभा क्षेत्र के– 25792 परिवार जिनका 72 करोड़ 15 लाख 77 हजार 348 रुपये, चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के– 27861 परिवार जिनका- 87 करोड़ 46 लाख 1542 रुपए,जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र के 27871 परिवार। जिनका- 78 करोड़ 63 लाख 73 हजार 853 रुपये है, तथा इस पैसे को वापस दिलाया जाए

पूर्व मंत्री नोबेल कुमार वर्मा के अनुसार शक्ति जिले के कुल 81524 परिवारों की 2388690246 की राशि होती है, ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री नोबेल कुमार वर्मा का ठीक 2023 के विधानसभा चुनाव के पूर्व यह अभियान प्रारंभ करना राजनीतिक रूप से काफी मायने रखता है, तथा नोबेल कुमार वर्मा देखा जाए तो पूर्व में चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहे हैं एवं उनकी धर्मपत्नी ने बीते 2018 के चुनाव में एनसीपी से चुनाव भी लड़ा था तथा नोबेल कुमार वर्मा आंदोलनों को लेकर पूर्व में भी काफी चर्चित रहे हैं, एवं उन्होंने चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में बीते सालों में उद्योगों के खिलाफ भी जमकर आम जनता के बीच पहुंचकर आंदोलन तथा पैदल यात्राये की थी, तथा नोबेल वर्मा का यह अभियान काफी कारगर सिद्ध होने वाला है, क्योंकि छत्तीसगढ़ प्रदेश में वर्तमान में देखा जाए तो चिटफंड कंपनियों के चलते आम नागरिकों का करोड़ों- अरबों रुपए फसा हुआ है, तथा सहारा कंपनी में भी लोगों का काफी पैसा रुका हुआ है, जिसमें सहारा की मैच्योरिटी अवधि पूरी होने के बावजूद आज पर्यंत तक लोग अपनी जमा पूंजी के लिए घूम रहे हैं, हो सकता है नोबेल कुमार वर्मा का यह अभियान आम जनता के लिए काफी राहत भरा हो तो निश्चित रूप से आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव में नोबेल कुमार वर्मा को इसका राजनीतिक लाभ भी पूर्ण रूप से मिल सकता है|

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