शासकीय सेवक विकास संघ द्वारा बालोद में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस समारोह, बरसते पानी में भी बड़ी संख्या में पहुॅचे लोग, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा शमा, नपाध्यक्ष ने रैनबसेरा का नामकरण आदिवासी महापुरूषों के नाम पर करने की घोषणा की-

बालोद- अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ जिला इकाई बालोद द्वारा मंगलवार को नया बस स्टैण्ड बालोद स्थित आडिटोरियम में विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बरसते पानी में भी बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुॅचे थे। इस अवसर पर आदिवासी समाज के कलाकारों के द्वारा आदिवासी संस्कृति पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका परिषद बालोद के अध्यक्ष विकास चोपड़ा उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हल्बा समाज महासभा बालोद के अध्यक्ष डाॅ. देवेन्द्र माहला ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पार्षद धनेश्वरी ठाकुर, गोंडवाना समाज के अधिकारी, कर्मचारी प्रकोष्ठ के संभागीय अध्यक्ष एवं जनसम्पर्क अधिकारी चन्द्रेश ठाकुर, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग टीआर टेकाम, प्रोफेसर एचएल मानकर, डाॅ. बीएल रात्रे, डाॅ. आरके श्रीमाली, डाॅ. मेरिया, नरेश मण्डावी, प्राचार्य एस बैग, पीआर ठाकुर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य भूनेश्वरी ठाकुर, गोंडवाना समाज की अध्यक्ष  गितेश्वरी ठाकुर, ईश्वर उइके, एमन सिंह ठाकुर, नंदकुमार कतलाम, रविन्द्र मंडावी, अश्वनी नायक, राजेन्द्र कोला सहित समाज प्रमुखगण उपस्थित थे।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने उपस्थित लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामना देते हुए आयोजन के उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बालोद शहर के बुढ़ातालाब में आदिवासी कला एवं संस्कृति को सहेजने हेतु पार्क का निर्माण कराने तथा बस स्टैण्ड स्थित रैनबसेरा का नामकरण भी आदिवासी महापुरूषों के नाम पर करने की घोषणा भी की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डाॅ. देवेन्द्र माहला ने आदिवासियों को संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष करने का आव्हान किया। विशेष अतिथि चन्द्रेश ठाकुर ने आदिवासियो की गौरवशाली विरासत तथा राष्ट्र व समाज के प्रति उनके योगदानों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने समाज के विकास के लिए शिक्षा को सबसे बड़ा अस्त्र बताते हुए सभी समाज प्रमुखों को समाज के प्रत्येक बच्चों को शिक्षा दिलाने के उपाय सुनिश्चित करने हेतु संकल्प लेकर इस दिशा में ठोस कार्य करने को कहा। उन्होंने नशापान को समाज के विनाश का सबसे बड़ा कारण बताते हुए सभी स्वजातिय जनों को इस कुरीति से समाज को दूर रखने के उपाय सुनिश्चित करने को कहा। कार्यक्रम को टीआर टेकाम, प्रोफेसर एचएल मानकर, डाॅ. बीएल रात्रे, डाॅ. आरके श्रीमाली, डाॅ. मेरिया, नरेश मण्डावी, प्राचार्य एस.बैग, पीआर ठाकुर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य भूनेश्वरी ठाकुर ने भी संबोधित कर सभी को समाज हित में अनिवार्य भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की।

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