हर परिस्थिति में मुस्कुरा कर कार्य करें महिलाएं: डॉक्टर एकता

बैकुंठपुर– परेशानी हर किसी के जीवन में आती है. लेकिन मुस्कुरा कर उसे दूर किया जा सकता है. उक्त बातें ग्राम भाडी़ में महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर डा एकता लगेह ने कहीं. इस दौरान सामाजिक संस्था उपकार सेवा समिति वह जागृति महिला समूह के द्वारा कार्यशाला का आयोजन भी किया गया. जिसमें डॉक्टर एकता लगेह ने उपस्थित महिलाओं को साड़ी श्रीफल और सैनिटरी पेड देकर उनका सम्मान किया. कार्यशाला में महिलाओं के सम्मान के अलावा घरेलू हिंसा व घर में तनाव मुक्त जीवन पर चर्चा की गई।डॉ. एकता लगेह डाक्टर के अलावा इंटीरियर डिजाइनर भी है. सामाजिक कार्यक्रम में उनकी विशेष रुचि है.

महिलाओं को किया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि की ओर से महिलाओं को साड़ी श्रीफल व सैनिटरी पैड देकर सैनिटरी पैड़ की आवश्यकता और पैडमैन से जुड़ी कहानी बताकर विस्तार से समझाया गया। वे महिलाओं को हमेशा मुस्कुरा कर तनाव मुक्त जीवन जीने की सलाह देती है.
कार्यक्रम मे सर्वप्रथम मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन कर प्रार्थना वंदन की गई, सभी महिलाओं का परिचय प्राप्त करने के बाद महिलाओं को खुलकर उनकी शक्ति व अधिकार के बारे में बोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिसमें सभी महिलाओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान डा एकता के द्वारा महिलाओं को उनके अधिकार महत्व के बारे में जानकारी देकर उनका आत्मविश्वास बढ़ाया गया.

 घरेलू हिंसा की दी गई जानकारी

महिला एवं बाल विकास विभाग की संरक्षण अधिकारी वितबाला श्रीवास्तव ने उपस्थित महिलाओं को घरेलू हिंसा की जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी प्रकार से पीड़ित होने पर महिलाएं घरेलू हिंसा के क्षेत्र में कार्य कर रहे सामाजिक संस्था उपकार सेवा समिति व महिला बाल विकास विभाग और सखी वन स्टाफ सेंटर में संपर्क कर सकती हैं जहां उनकी मदद पूर्णता निशुल्क की जाएगी यहां तक की न्यायालय में भी निशुल्क पूर्ण सहयोग किया जाएगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं को आज अपने अधिकारों के प्रति जानने की आवश्यकता है।

 प्रतिदिन करें गायत्री मंत्र का जाप

सुनैना श्रीवास्तव ने महिलाओं को बताया कि गायत्री माता से ही चारों वेदों की उत्पत्ति हुई है, इस वजह से इनको वेदमाता कहते हैं. गायत्री मंत्र में चारों वेदों का सार है. यह देव माता भी हैं क्योंकि त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश इनकी आराधना करते हैं. गायत्री माता को सभी प्रकार के ज्ञान की देवी माना जाता है और गायत्री मंत्र का रोज मंत्र उच्चारण करने की सलाह दी गई.

उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज महिलाएं किसी भी मामले में कमजोर नहीं है परेशानी सभी के जीवन में है लेकिन उसे मुस्कुरा कर ही दूर किया जा सकता है अगर समस्या को हल करने के बजाय दिनभर उसी के बारे में सोचते रहे तो बीमारियों से ही ग्रसित होंगे समस्या से उबर नहीं पाएंगे इसलिए उन्होंने महिलाओं को समस्या का समाधान करने की बात कही। कार्यक्रम के समापन पर जागृति महिला समूह की अध्यक्ष संगीता सिंह चौहान ने अतिथियों के साथ उपस्थित महिलाओं के प्रति आभार व्यक्त किया.

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