बालोद- भूपेश सरकार जैविक खाद को बढ़ावा देने गौठानो में वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन करवा रही है। जहां राज्य सरकार की ओर से किसानों को धान की फसल में रासायनिक डीएपी, यूरिया खाद को कम कर गोबर से बने केंचुआ खाद का उपयोग करने के उद्देश्य से हर किसान को प्रति एकड़ दो केंचुआ खाद देने का आदेश किया गया है। लेकिन जिले में खाद के बोरो जैविक खाद की जगह मिट्टी निकलने का बड़ा मामला सामने आया है। बालोद जनपद के ग्राम परसाही में किसान सुरेश ठाकुर ने लाटाबोड स्थित सेवा सहकारी समिति से 4 बोरी वर्मी कंपोस्ट लिया। लेकिन जब किसान ने वर्मी कंपोस्ट के बोरो को खोला तो मालूम हुआ कि 2 बोरो में केवल मिट्टी है बाकी अन्य दो बोरो में खाद की मात्रा कम है। जिसके कारण किसान ने अपने खेत में उसका छिड़काव नहीं किया। साथ ही मामले में शिकायत करने की बात कही है। वही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी जनपद सीईओ अमित श्रीवास्तव ने जांच के आदेश दिए है। साथ ही सीईओ ने कहा है इस तरह का जिले में पहला मामला आया है। आपको बता दें कि बालोद जिले में वर्मी कंपोस्ट बनाने का जिम्मा गौठान में स्थानीय समूह को दिया गया है।